मुंगेली। क्षेत्र में भोले भाले ग्रामीणों कोे नौकरी लगाने के नाम पर पैसे एंठने वालेे कई नेता लोगो का गिरोह सक्रिय है जो कईयों के मेहनत की गाढी कमाई को नौकरी लगाने का झांसा देकर ठगी कर रहे हॅैं जनपद पंचायत में महिला बाल विकास की सभापति रही भाजपा नेत्री प्रभा भास्कर पर तीन महिलाओ से नौकरी लगाने के लिए 7 लाख की ठगी का आरोप लगाया गया है पीडिता ने एसपी आफिस में ज्ञापन देकर कार्यवाही की मांग की गयी है।
पिछले कार्यकाल में जनपद सदस्य एवं महिला बाल विकास विभाग की
सभापति रही भाजपा नेत्री प्रभा भास्कर पर तीन महिलाओ ने गंभीर आरोप लगाये हैं अनीता आहिरे पति जितेन्द्र आहिरे ने एसपी को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि महिला बाल विकास में आंगनबाडी कार्यकर्ता की नौकरी लगाने के नाम पर 2017 में तीन लाख रूपये प्रभा भास्कर कोे दिये थे प्रभा भास्कर द्धारा उसे लगातार नौकरी लगवाउंगी कहकर घुमाया गया बाद में पैसा वापस मांगने पर आनाकानी की जा रही है इसी तरह दो और पीडिताओं से भी सुनीता पति रामकुमार से (230000/-) दो लाख तीस हजार रूपये एवं शैलबाई पति विजेन्द्र कुमार से (160000/-) एक लाख साठ हजार रूपये जनपद पंचायत सभा कक्ष में नेम सिंह बारमते व राजकुमार एवं अन्य लोगों के समक्ष दिया गया था। कुल 6 लाख 90 हजार की ठगी का आरोप तीनों ने लगाया है। पीड़ित महिलाओं ने ज्ञापन देकर पैसे वापस दिलाने एवं कडी कार्यवाही की मांग की गयी है।
• कोई पैसा मांगे तो थाने मे शिकायत करें – एसपी
एसपी डीआर आंचला ने कहा कि शिकायत मिली है जांच कर आगे की
कार्यवाही की जायेगी। साथ ही उन्होने अपील की है कि किसी भी
नौकरी या ट्रांसफर के नाम पर किसी को पैसा ना दे किसी भी तरह की
नियुक्ति वरीयता एवं नियमानुसार होती है किसी के झांसे में ना आवें । साथ ही किसी के द्धारा नियुक्ति कराने के नाम पर पैसे मांगने
पर थाने में सूचना देने की अपील एसपी ने की है।
• पक्ष एवं विपक्ष में कईयो ने की है ठगी
क्षेत्र में स्वयं कोे प्रभावशाली नेता बताकर लोगों से ठगी करने वाले कई नेता सक्रिय है जिन्होने कई लोगों से नौकरी या ट्रांसफर कराने के नाम पर पैसे लिये हैं परंतु काम तो हुआ नही
उल्टे पैसे वापसी के लिए पीडित घूम रहे हैं सत्तारूढ दल एवं विपक्ष
दोनो में ही एैसे ठग नेताओ की कमी नही है जो दर्जनों लोगो से काम कराने के नाम पर ठगी कर चुके हैं अब कुछ के मामले सामने आने लगे हैं
• कुछ पैसे काटकर वापसी का है रिवाज
स्वयं कोे प्रभावशाली नेता बताकर कई छुटभैये नेता कईयो को नौकरी लगाने एवं ट्रांसफर कराने के नाम पर लाखो रूपये ले लेते हैं बाद में कई महीनो बाद या कई बार तो सालों बाद
पीडित का काम नही होने उसे बीस से तीस प्रतिशत राशि काटकर वापस
करते है। राशि काटने के पीछे तर्क दिया जाता है कि हमने बहुत मेहनत की कई बार रायपुर गये उसमें खर्च हुआ पीडित भी भागते भूत की लंगोटी सही मानकर ही कम पैसे वापसी में भी संतुष्ट हो जाते हैं एैसे छुटभैये ठग नेताओ का अब पर्दाफास होने लगा है।