मुंगेली। जिलें के व्याख्याता एल बी. श्री पवन कुमार मिरे एवं श्री रामनाथ कुलमित्र सहायक शिक्षक एल बी. को राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान पुरस्कार 2020 से नवाजा गया है। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजधानी रायपुर में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में दोनों शिक्षकों के सम्मान की घोषणा की। कलेक्टर अजीत वसंत ने जिला कलेक्टोरेट स्थित स्वान सभा कक्ष में दोंनो शिक्षकों को शाल, श्रीफल एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्हें पुरस्कार स्वरूप 21 हजार का चेक भी प्रदान किया गया। इस दौरान नवपदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डे, एम. आई.एस. प्रशास अशोक सोनी सहित दोनो शिक्षकों के परिजन भी उपस्थित थे। कलेक्टर श्री वसंत ने दोंनो शिक्षकों को अपनी बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होने इन शिक्षकों को आगे भी इसी तरह उत्कृष्ट शिक्षण कार्य करते रहने की बात कहीं। उन्होने कहा कि आप जैसे शिक्षकों को देखकर अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि पवन कुमार मिरे जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला पड़िपाईन में व्याख्याता एल बी. के रूप में कार्यरत् है। उन्होने अपनी शासकीय सेवा 15 नवम्बर 2016 से प्रारंभ की है। उन्होने शाला छोड़ने वाले छात्रों को पुनः शाला आने के लिए भरसक प्रयास किया। अपने अथक प्रयास के माध्यम से शासकीय हाईस्कूल पड़िपाईन के शाला त्यागी छात्र-छात्रा को पुनः शाला में आने के लिए प्रेरित किया । बोर्ड परीक्षा में पढ़ाए गए विषयों का परीक्षाफल संतोष प्रद रहा । राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार के सांस्कृतकि, साहित्यिक गतिविधियों को सम्पन्न कराकर छात्र-छात्राओं एवं पालकों में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत किया गया । कमजोर छात्र-छात्राओं को निःशुल्क टाई बेल्ट, जूता उपलब्ध कराया गया। समाज में व्याप्त कुरूतियों के उन्मूलक स्वास्थ्य शिक्षा एवं स्वच्छता पर आधारित नाटक का लेखन किया । विद्यार्थियों के सर्वागीण विकास के साथ-साथ विद्यालय के भौतिक विकास पर भी समर्पित रहते हैं। व्याख्याता पवन कुमार मिरे अध्यापन में दक्ष तथा व्यवहार कुशल शिक्षक के रूप में जाने जाते है।
इसी तरह रामनाथ कुलमित्र शासकीय माध्यमिक शाला पीथमपुर में सहायक शिक्षक एल. बी. में कार्यरत् है। रामनाथ कुलमित्र ने अपनी शासकीय सेवा 17 जुलाई 2006 से प्रारंभ की है। आपके प्रयास से ही शाला त्यागी बच्चों की संख्या निरंक है । विद्यालय में अनुशासनहीनता का कोई भी प्रकरण नहीं है। राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को छोटी-छोटी टोली बनाकर स्वच्छता अभियान, साक्षर भारत अभियान, योगा, पल्सपोलियों अभियान का प्रचार-प्रसार करते हैं । समय के पाबंद श्री कुलमित्र शून्य निवेश पर नवाचार करते हैं विभिन्न प्रकार के पोस्टर, चार्ट, फ्लेक्स, कार्ड माचिस की तिली से शिक्षण को मनोरंजक बनाते हैं । इनमें सेवा भावना कूट-कूट कर भरी है । वे प्रतिवर्ष, गरीब, असहाय, दिव्यांग विद्यार्थियों को अपने वेतन से टाई, बेल्ट, आईकार्ड प्रदान करते हैं। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के साथ-साथ विद्यालय के भौतिक विकास पर भी समर्पित रहते है। श्री कुलमित्र को समय-समय पर विभिन्न पुरस्कार एवं सम्मान प्राप्त हुआ है। बालिका शिक्षा हेतु उत्कृष्ट पुरस्कार से इन्हें सम्मानित किया गया है। श्री कुलमित्र अध्यापन में दक्ष तथा व्यवहार कुशल शिक्षक के रूप में जाने जाते हैं।