• बैंड बाजा, बारात देवी-देवताओं को साक्षी मानकर सादे समारोह,परिवार जनों की उपस्थिति में बिना दहेज हुई शादी
मुंगेली। शहर के प्रतिष्ठित परिवार स्व.पवन सिंह- राधेश्वरी के सुपुत्र अभिषेक ने पारंपरिक रीतिरिवाज से सादे ढंग से परिवार वालो की उपस्थिति में बिना दहेज विवाह कर आज की पीढ़ी को एक अच्छा संदेश दिया। जहां पारंपरिक रीति-रिजाज, बैंड बाजा और बाराती शामिल हुए। अभिषेक के सादे ढंग से बिना दहेज विवाह का उद्देश्य दहेज की कुरीति से मुक्ति और स्वस्थ समाज का संदेश देना था। इस अनोखी शादी में अभिषेक ने हिमानी को सात फेरे लेकर अपनी पत्नी स्वीकार किया।
जहां आज वर्तमान समाज में दहेज एक सामाजिक अभिशाप का रूप ले चुका है, दहेज के कारण लाखों लोगों को प्रतिवर्ष अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है। इसके साथ ही सामाजिक दबाव में आकर विवाह में फिजूलखर्ची इतनी बढ़ जाती है कि लड़का और लड़की के परिवार वाले अपनी जमीन जायदाद को बेचकर विवाह करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। इस तरह का पारंपरिक रीतिरिवाजों सहित बिना दहेज विवाह आज गांव-गांव में कराए जाने का प्रयास सभी वर्गों में होना चाहिए जो कि यह दहेज मुक्त भारत बनाने का एक छोटी सी कोशिश भी मानी जा सकती है। इस विवाह समारोह में प्रमुख रूप से वर वधु पक्ष के सभी रिश्तेदार मौजूद रहे।
amritsandesh.co.in की पूरी टीम की ओर से अभिषेक एवं हिमानी के नव दाम्पत्य जीवन प्रवेश पर अनंत शुभकामनाएं …ढेर सारी बधाई…