गद्दे में सोने वाले भ्रष्ट कांग्रेसी अब सो रहे हैं जेल की जमीन पर…मुख्यमंत्री बोले, प्रदेश में अब सुशासन की सरकार

रायपुर/मरवाही/जनकपुर। कांग्रेस शासन में हुए घोटाले के आरोपी आज जेल की हवा खा रहे हैं। कभी गद्दे में सोने वाले आज जेल में नीचे सो रहे हैं, मच्छर से परेशान हैं। ये सब उनके किये की सजा उनको मिल रही है।

कोरबा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत अण्डी और जनकपुर में चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए विष्णु देव साय ने कहा कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ अपराधगढ़ बन गया था, भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया था। 36 वादे में एक भी वादे ठीक से पूरे नहीं हुए। प्रदेश को लूट-लूट कर कंगाल बना दिया। नरवा गरवा घुरवा बारी में घोटाला करके गोबर का पैसा भी खा गए। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार ने युवाओं को जुआ का लत लगा दिया। महादेव एप को निर्बाध रूप से चलाने के लिए 508 करोड़ रूपये प्रोटेक्शन मनी लेने का आरोप उन पर लगा है, एफआईआर भी हुआ है। जो छत्तीसगढ़ के लिए शर्म की बात है।

अब प्रदेश में भाजपा की सुशासन की सरकार है

श्री साय ने अपने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि आज 4 महीने उनकी सरकार को हुए हैं। उनकी सरकार ने मोदी की गारंटी के बड़े-बड़े वादे पूरे किये हैं। शपथ लेने के दूसरे ही दिन 18 लाख प्रधानमंत्री आवास की स्वीकृति उन्होंने दी। 12 लाख किसानों को 2 साल का बकाया बोनस दिया। पी एस सी घोटाले की जांच सी बी आई को सौंपा और 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीद कर 3100 रूपए क्विंटल धान की कीमत दी। श्री साय ने कहा कि न केवल समर्थन मूल्य के अंतर की राशि एकमुश्त उनकी सरकार ने किसानों के खाते में ट्रान्सफर किये वरन महिला शक्ति के लिए लागू उनकी योजना महतारी वंदन योजना के दूसरे महीने की राशि भी उनके खातों में ट्रान्सफर कर दी है। हर महीने के पहले सप्ताह को किश्त की राशि दे दी जाएगी, ये भरोसा मुख्यमंत्री ने महिलाओं को दिलाया। श्री साय ने श्री रामलला दर्शन योजना की याद दिलाते हुए जनता से कहा कि उनकी सरकार राम भक्तों को भांचा राम से मिलाने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार तेंदूपत्ता संग्राहकों से 5500 रुपया प्रति मानक बोरा के दर से तेंदूपत्ता खरीदेगी। संग्राहकों को तेंदूपत्ता का बोनस भी मिलेगा। 12.50 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार के बच्चों को छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। ये सब काम हम करेंगे, ऐसा श्री साय ने जनता को भरोसा दिलाया।

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