बिलासपुर। पचपेड़ी पुलिस ने फर्जीवाड़ा कर पंचायत के खाते से राशि निकालने के मामले में मस्तूरी जनपद पंचायत के पूर्व सीईओ डीआर जोगी को गिरफ्तार किया है। आरोपित को न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया गया है। वहीं, मामले में पूर्व सरपंच समेत पांच लोग अब भी फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
एडिशनल एसपी रोहित झा ने बताया कि बीते पांच फरवरी को मस्तूरी जनपद पंचायत की लेखापाल गायत्री गुप्ता ने कोकड़ी ग्राम पंचायत के खाते से सात लाख स्र्पये के फर्जीवाड़े की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि गांव के सचिव इतवारी राम खूंटे ने विभाग मैं शिकायत की थी कि उनके हस्ताक्षर के बिना खाते से सात लाख 29 हजार स्र्पये निकाल लिए गए हैं। पंचायत विभाग के उपसंचालक ने मामले की जांच की।
जांच में पता चला कि जिला पंचायत में पदस्थ सहायक प्रबंधक विजय जायसवाल, मस्तूरी जनपद पंचायत के तत्कालीन सीईओ डीआर जोगी, तत्कालीन सरपंच डिलेश कुमार पटेल व मस्तूरी जनपद पंचायत के लिपिक सुरेश कुंभज ने सात लाख 29 हजार की राशि फर्जीवाड़ कर गायत्री ट्रेडर्स चांपा के खाते में जमा कराई है। साथ ही कंप्यूटर में दर्ज इस लेनदेन को डिलीट कर दिया था।
लेखापाल की शिकायत पर पचपेड़ी पुलिस ने जिला पंचायत में पदस्थ सहायक प्रबंधक विजय जायसवाल, मस्तूरी जनपद पंचायत के तत्कालीन सीईओ डीआर जोगी, तत्कालीन सरपंच डिलेश कुमार पटेल व मस्तूरी जनपद पंचायत के लिपिक सुरेश कुंभज के खिलाफ धारा 120 बी, 34, 420 के तहत जुर्म दर्ज किया। जनपद सीइओ डीआर जोगी को उनके निवास से गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया है। वहीं, मामले में अन्य आरोपित फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।