मुंगेली। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय के सभा कक्ष में विगत दिनों पीसीपीएनडीटी की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न एजेण्डा पर चर्चा की गई। जिसमें बताया गया कि सुखनंदन सोनोग्राफी सेंटर के लाईसेंस नवीनिकरण हेतु संचालक द्वारा विगत दिनों ऑनलाईन एवं ऑफलाईन आवेदन प्रस्तुत की गई थी। कोविड-19 संक्रमण की स्थिति को देखते हुये उन्हे सोनोग्राफी सेंटर संचालित करने की अनुमति प्रदान की गई है। इसी तरह सभी सोनोग्राफी सेंटरों में पीने का पानी. बैठने में समुचित व्यवस्था, सुलभ शौचालय की नियमित साफ-सफाई के संबंध में निर्देश दिये गये। बैठक में बताया गया कि सभी सोनोग्राफी सेंटर में एक्टीवट्रेकर मशीन लगा हुआ है। जिला समिति के द्वारा समस्त सोनोग्राफी सेंटरों का निरीक्षण करने निर्देशित किया गया है। जिला स्तरीय सलाहकार समिति के सदस्य डॉ० प्रमिला दाउ. स्त्री रोग विशेषज्ञ लोरमी के स्थान पर अन्य चिकित्सक को रखने पर भी चर्चा की गई। माह मई-जून में समस्त सोनोग्राफी सेंटरों का निरीक्षण किया गया है। जिन सेंटरों में निरीक्षण के दौरान कमियां पायी गई है उन्हे 15 दिवस के भीतर पूर्ण करने का समय दिया गया है। पीसीपीएनडीटी गाईडलाईन के तहत् समस्त सोनोग्राफी सेंटरों में फार्म एफ के साथ स्वयं या अन्य चिकित्सक का रिफरल स्लिप होना अनिवार्य है तथा सोनोग्राफी करने वाले चिकित्सक यदि बाहर जाते है तो इस कार्यालय को सूचना देना अनिवार्य है। लिंग परीक्षण करना एक दण्डनीय अपराध है। प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण नहीं किये जाने हेतु समिति के द्वारा चर्चा की गई। बैठक में मुख्य रूप से मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. त्रिलोकीनाथ महिंग्लेश्वर, जिला नोडल अधिकारी डॉ सुदेश रोत्रे, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ0 आनंद सिंग मांझी, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ० कमलेश खैरवार, डॉ० प्रमिला दाउ, स्त्री रोग विशेषज्ञ लोरमी, पब्लिक प्रासिक्यूटर मनीष चौबे, सामाजिक कार्यकर्ता विकास जैन, उपस्थित थे।