समस्याओं से समाधान की राहो का बढता दायरा, कलेक्टर कुंदन कुमार अभिभावक बन अंग्रेजी माध्यम स्कूल में बच्चों का कराया दाखिला

बलरामपुर:वैसे तो कई प्रशासनिक अधिकारियों की पदस्थापना जिलों में होती है, लेकिन अपनी हाजीरजवाबी रचनात्मक कार्यशैली सें औरों को प्रेरित करने वालें शख्सियत बतौर अपनी पहचान स्मृति पटल पर दर्ज कराने वाले काफी कम ही अफसरों को गांव से लेकर शहरी क्षेत्रों में हर वर्ग व तबका अपने नौनिहालों के उज्जवल भविष्य के लिए अहम कवायद पेश करने पर प्रशासन के साथ सीधे जुड़ने से समग्र विकास की अवधारणा साकार करने के राहो का आगाज युवा आईएएस अधिकारी व वर्तमान कलेक्टर श्री कुंदन कुमार द्वारा पेश कर  हर वर्ग व क्षेत्र के छात्रो व युवाओं में प्रेरणादायक बतौर बनकर उभरे हैं।जिसमें सामाजिक सरोकार के मसले को प्राथमिकता के साथ समाधान करनें से जुड़ी गतिविधीयां सामने आने के साथ ही बेमिसाल उदाहरण पेश कर रहे हैं।

यह कोई बखान नहीं वरन इसकी हकीकत से जुड़े कार्यो में क्षेत्र भ्रमण पर जाने के दरम्यान कोविड-19 के संभावित तीसरी लहर सें बचाव व ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्था का जाएजा लेने के लिए बीते दो दिन पहले कलेक्टर श्री कुंदन कुमार सें दो बच्चों ने मासूमियत भरें अंदाज में अपने सपनों व पढाई अंग्रेजी माध्यम से करनें के लिए चुनौती कहें या समस्या जाहिर करते ही मानवीय संवेदना से जुड़े मसले पर युवा कलेक्टर श्री कुंदन कुमार खुद ही अभिभावक की भूमिका में दोनों बच्चों का अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में दाखिला कराने के साथ ही कपड़ों व किताबें सौपी तो बच्चों के चेहरों पर छाई खुशियाँ की रौनक शायद ही शब्दों में बयां कर सकते हैं।इसके अलावा भौगोलिक दृष्टि से जिलें के सभी विकासखंडों में संचालित विद्यालयों में विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की तैनाती व कमी।

सें प्रतिभाशाली छात्रों के प्रतिभा को उपयुक्त मंच नहीं  मिलने की लंबे अरसे से चली आ रही समस्या का समाधान बतौर अपनी रचनात्मक कार्यों में मिशन-90 पहल का शुभारंभ कर कक्षा 10 वी सें कक्षा 12 तक के छात्रो हेतू बहुउद्देश्यीय पहल का भी शनिवार 15 जून को शुभारंभ किया है।इसपर जिले ही नहीं वरन संभाग के हर क्षेत्र में सार्वजनिक तौर पर प्रसारित जानकारी पाकर हर वर्ग के रहवासी सराहना व खुशी का इजहार भी कर रहे हैं। इन कड़ीयो पर गौर करेंगे तो खुद ही हकीकत की मुहर लगाने वाले बतौर होंगे हैं।आपको बताते चलें कि जिलें की भौगौलिक परिवेश चुनौतियों से भरी है।

लेकिन इनमें समधान के अवसर व विशेष पीछड़ी जनजाति वर्ग हो या फिर ग्रामीण परिवेश अथवा आर्थिक तंगी से जुझते प्रतिभाशाली छात्रों के लिए वर्तमान में  वैश्विक महामारी कोविड-19 वायरस के संक्रमण की संभावित तीसरी लहर व नवीन वेरियंट ओमिक्रान के दुष्प्रभाव से बचाने व प्रभावी रोकथाम से जुड़ी गतिविधीयों में खुद कलेक्टर श्री कुंदन कुमार जिला प्रशासन की टीम के साथ जुटे व डटे हुए हैं।

कलेक्टर ने कराया अंग्रेजी माध्यम स्कूल में अनुभा व रंजन का दाखिला,  दोनों करेंगे छूटी पढाई शुरू सपनों को करेंगे पूरा ,चेहरों पर आई खुशियां।

किसी प्रशासनिक अधिकारी की कार्यशैली पर एक तरफा सराहना या प्रशंसा उसकी कार्यशैली से झलकती है।इसी कड़ी में कक्षा पांचवी के छात्र अनुभा पाल व रंजन पाल का स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल, बलरामपुर में कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ने शाला प्रवेश कराया है। इस मसले पर आपको बताते चले की अनुभा व रंजन वही दो बच्चें हैं, जिनकी प्रतिभा से प्रभावित होकर कलेक्टर ने दो दिन पहले ही उन्हें अंग्रेजी माध्यम स्कूल में भर्ती कराने का निर्देश दिए था।

उक्त निर्देश पर त्वरित पहल करते हुए शनिवार 15 जून को दाखिला हुआ।इस दरम्यान कलेक्टर कुंदन कुमार अभिभावक की भूमिका में बच्चों के सपनों को साकार करने वाले बनकर मौजूद रहे।इस दरम्यान उन्होंने दोनों बच्चों का हौसला अफजाई कर  उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुआ उनका उत्साहवर्धन किया।इसके अलावा बच्चों के चेहरों पर खुशियों की लहर को शब्दों को बयां नहीं कर सकते जब कलेक्टर ने दोनों को स्कूल ड्रेस व किताबें दिया तो बच्चों ने पुष्पगुच्छ देकर कलेक्टर का अभिवादन किया। कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने बच्चों का परिचय कराते हुए विद्यालय में कहा कि अनुभा डॉक्टर और रंजन आईएएस बनना चाहते है। निश्चित ही प्रतिभा के बल पर इनका यह सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा मेरी कोशिश है कि इन बच्चों को उनके हिस्से की खूबसूरत दुनिया मिले और वे अपने भविष्य को संवारने के लिए खूब मेहनत करें और सफल हों। इस दौरान कलेक्टर श्री कुमार ने अपने बचपन के दिनों को याद किया और अपने अनुभव साझा किए।

अपनी खुशियों को इन शब्दों में साझा किया दोनों छात्रों ने मासूमियत भरें अंदाज में।

शाला प्रवेश के उपरांत मासूम चेहरो पर उमड़ी खुशी की चमक व मासूमियत भरें लिहाज में रंजन ने बताया कि उसके पिता गांव में ही अपना व्यवसाय करते हैं, वहीं अनुभा ने बताया कि उसके पिता काम के सिलसिले में बाहर रहते हैं। दोनों बच्चों के लिए की गई यह छोटी सी कोशिश निश्चित ही उनके भविष्य को संवारेगी।  

मुख्यमंत्री श्री बघेल की मंशा भौतिक धरातल पर होती साकार ,प्रतिभाशाली छात्रों को अंग्रेजी माध्यम से सुविधाजनक रूप से मुहैया कराने में संचालित है स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम बिद्यालय ।

आपको बताते चलें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने़ छत्तीसगढ़ राज्य के पीछड़ेपन व कृषि आधारित ग्रामीण परिवेश होने की वजह से आर्थिक व भौतिक चूनौतियों की वजह से प्रतिभाशाली छात्रों को वर्तमान समय अनुसार प्रतिस्पर्धा पूर्ण परिवेश में बगैर किसी बाधा के छात्रों को अंग्रेजी माध्यम में निशुल्क रूप से शैक्षणिक गतिवीधीयों के संचालन के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित है।इसके माध्यम से  बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से बेहतर शिक्षा देकर उनकी प्रतिभा को निखारने में कोई भी बाधा आड़ नही आए।

इसी मंशा को साकार करते हुए जिले में करीब सात शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय संचालित होने के साथ जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने में कलेक्टर के निगरानी में संचालित होने के साथ ही बच्चों के विद्यालय प्रवेश सें मुख्यमंत्री व राज्य सरकार की मंशा वास्तविक में साकार होते एक दफा फिर से कलेक्टर श्री कुंदन कुमार के द्वारा किया गया है।

 कलेक्टर ने सेतु बतौर जिज्ञासु छात्रों व और विषय विशेषज्ञों को जोड़ने के लिए किया मिशन-90 का शुभारंभ

शिक्षा विभाग द्वारा जिले में कक्षा 10वीं व 12वीं में अध्ययनरत छात्रों के बोर्ड परीक्षा की बेहतर तैयारी हेतु मिशन-90 प्रोग्राम कलेक्टर श्री कुंदन कुमार की रचनात्मक कार्यशैली का समावेश सें जिज्ञासु छात्रों व  विषय विशेषज्ञों को जोड़ने के लिए।


स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में शुभारंभ किया है। मिशन-90 के माध्यम से प्रशासन की मंशा है कक्षा 10वीं एवं 12वीं के 90 प्रतिशत छात्र 90 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ उत्तीर्ण हो।इस लिए मिशन 90 प्रारंभ किया है, जिससें जिले के सभी छात्रों को एक समान रूप से अवसरों का सृजन कर उन्हें शिक्षानुकूल माहौल प्रदान कर विशेष विशेषज्ञ शिक्षकों की तैनाती विविध कारणों से जिले में संचालित विद्यालयों में नहीं होने से एक बड़ी समस्या समाधान करने का बहुउद्देश्यीय पहल कहे या कार्यक्रम जिसमें छात्रों की जिज्ञासा समाधान के लिए विशेषज्ञों से मिलने से कोरोनाकाल व भौगोलिक दोनों की चुनोतियों सें उबरने के साथ आने वाले वार्षिक परीक्षा में छात्रों के परीक्षा परिणाम प्रदेश के मानचित्र पर जारी होने वाले परीक्षा परिणामों में उत्तीर्ण होकर अंकों सें मेरिट लिस्ट में शामिल होकर जिले सहित परिवार का मान बढाने वाले बतौर बनकर सामने आएगा।

बहरहाल इस कार्यक्रम के शुभारंभ के दरम्यान कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मिशन 90 बच्चों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने में सबसे अधिक मददगार होगा। मेरा व्यक्तिगत मानना है कि बच्चों को सवालों का जवाब तो मिलना ही चाहिए और मिशन-90 का भी यही उद्देश्य है। मिशन-90 के माध्यम से हम सभी ने विशेषज्ञों को एक मंच प्रदान करने की कोशिश की है ताकि बच्चें उनसे सीधा संवाद करेंगे । 

तकनीक के साथ समाधान की मार्ग होती साकार

मिशन-90 के शुभारंभ के दरम्यान कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ने बताया कि इससे लिए शिक्षकों की एक पूरी टीम तैयार किया गया है।इसके तहत छात्रो के द्वारा व्हाट्सएप नंबर 9303361827
पर अपनी शंका या किसी भी तरह से अध्ययन में उभरनें वाले 
जवाब को खोजने के लिए सीधे विषय विशेषज्ञ शिक्षकीय टीम के पास पहुंकर उसका समाधान व आसानी से छात्र उसके जवाब को समझ सकें इसके लिए ही एक सेतु बतौर मिशन-90 काम करेगा। कुलमिलाकर यह एक जिज्ञासु छात्रो व विषय विशेषज्ञों को आपस में जोड़े रखने वाला होगा।

इसपर अपने सवाल को छात्र  फोटो खींचकर भेजेंगे तो अगले कुछ ही समयावधी  में उसका जवाब आपके पास आ जाएगा।यह कड़ी संबंधित छात्र को तबतब सवाल पुछने का मौका देगी जिसमें  जवाब से संतुष्ट नहीं होता तब तक सवाल कर सकता हैं।  शुभारंभ के दरम्यान मिशन-90 के जिला नोडल ने व्हाट्सएप के माध्यम से सवालों का उत्तर जानने की पूरी प्रक्रिया को स्वयं करके दिखाया और बच्चों को सवालों के जवाब दिए।

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