आखिर क्यों है बिलासपुर के सिविल लाइन थाने में व्हीआईपी कल्चर?

आखिर इसी थाने में कुछ नेताओं की गुंडई क्यों है हावी?

बिलासपुर:सिविल लाइन पुलिस के पास जमीन से जुड़ा एक मामला आया। इस जमीन के दो मालिक हैं। दोनों इस जमीन के मालिक होने का दावा कर रहे हैं। दोनों ने थाना पहुंचकर अपना-अपना पक्ष रखा है। फिलहाल पुलिस एक जमीन मालिक को कोर्ट से स्टे लाने के लिए कहा है। जमीन इंदु चौक के पास की है।  इस मामले ने राजस्व एवं रजिस्ट्री विभाग के साथ-साथ सिविल लाइन पुलिस को भी सवालों के घेरे में डाल दिया है।

बिलासपुर में जमीन माफिया और  खनिज चोरों की संख्या दिन पर दिन बढ़ते जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन की कमजोर व्यवस्था को जिम्मेदार माना जा सकता है या फिर यह कहा जा सकता है कि राजनितिक दलों के नेताओं के आगे जिला प्रशासन असहाय हो चुका है, तभी तो कांग्रेस से जुड़े लोग कभी थाना में घुसकर,कभी सड़क पर और कभी थाने में बैठकर अपनी टुच्ची हरकतों के दम शहर में दहशत का माहौल बनाना चाहते हैं. ऐसे  नेताओं की हरकतों को देखकर लगता है कि बिलासपुर पुलिस इनके सामने नतमस्तक हो गयी है।

अगर हम बात करें सिविल लाइन पुलिस की, तो यहाँ के थाना प्रभारी शनिप रात्रे को पत्रकारों से कुछ ज्यादा ही  एलर्जी है, तभी तो इन्होंने थाना परिसर में 6 से ज्यादा पम्पलेट चिपकाए हैं, इस पम्पलेट को पढ़ने से लगता है कि जैसे पत्रकार सिविल लाइन थाना में अनावश्यक बैठने जाते हैं। पत्रकारों के साथ अन्य लोगों को भी जोड़ा गया है जो कि खानापूर्ति नजर आता है। इस  पम्पलेट को पढ़ने से समझ में आता है कि थाना प्रभारी रात्रे को किससे तकलीफ हो रही है।

शनिप रात्रे का कड़ापन पम्पलेट में केवल एकपक्षीय दिखता है। अगर वो वाकई निष्पक्ष होते तो आज की मामले में थाने में VIP कल्चर वाला   नजारा देखने को नहीं मिलता।

थाना प्रभारी उस समय असहाय नजर आए जब जमीन मामले में विवादित कांग्रेस नेता अकबर खान युवकों की भीड़ के साथ थाना पहुंचे। अकबर की तरफ से कांग्रेस नेता तैय्यब हुसैन बात कर रहे थे। इनके लिए शनिप रात्रे ने अपने थाने का मेन दरवाजा खोल दिया,जबकि यह दरवाजा आम लोगों के लिए बंद है। रात्रे का इस तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया उन्हें कई सवालों के घेरे में खड़ा करता है, जो कि मंथन का विषय है। उच्चाधिकारियों को  इस तरह के जिम्मेदारों पर कड़ा एक्शन लेने की जरूरत है।

वहीं, राजस्व और रजिस्ट्री कार्यालय के जिम्मेदारों पर भी कड़ी से कड़ी दंडात्मक कार्यवाही की जानी  चाहिए; क्योंकि कैसे एक ही जमीन के दो मालिक बन गए।

कायदे से  शनिप रात्रे पर भी कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए; क्योंकि उनके  पक्षपातपूर्ण रवैया के कारण थाने में VIP कल्चर चालू हो गया है और कुछ तुच्छ हरकत कर पार्टी की साख खराब करने वाले नेता थाने में बैठकर गाली गलौज करते हैं। बावजूद इसके इन लोगों को अभी भी VIP सुविधा मिलती है, जो कि गलत है।

आज जिस लग्जरी गाड़ी में अकबर के लोग आए थे, उस गाड़ी का नंबर CG10/AZ-2511 है। जिसकी मालकिन अनुराधा राव नाम की एक महिला है। इस वाहन को दो बार थाने के अंदर देखा गया है।

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