भाटापारा नपा में सत्ता शासित कांग्रेस में मतभेद: बदला राजनैतिक मिजाज,महज 1 मत से विश्वास जीता
भाटापारा। भाटापारा नगर पालिका में भाजपा के 14 कांग्रेस के 13 और निर्दलीय पार्षद 4 है,कुल 31 वार्ड के 31 पार्षदो ने आज मतदान लेकिन भाजपा अपने मंसूबो पर नाकाम रही।नगर पालिका अध्यक्ष सुनीता गुप्ता के खिलाफ नही ला पाई अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस की हुई जीत।
आखिर कांग्रेस की रणनीति काम आई और पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता गुप्ता के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया लेकिन कांग्रेस के लिए चिंता की बड़ी बात यह है कि आखिरकार उसके चार पार्षदों ने मतदान में भाग क्यों नहीं लिया?
अरसे से चल रही खींचतान के बीच पालिका अध्यक्ष श्रीमती सुनीता गुप्ता के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव रखा था, जिस पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर रजत बंसल ने इस पर 28 दिसंबर को सम्मेलन आहूत किया था। निर्धारित समय पर दोनों पक्षों ने इस सम्मेलन में भाग लिया और मत डाले। जिसमे अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में 12 मत डाले गए। जीत के लिए जरूरी 11 मतों से एक मत ज्यादा मिले। इस तरह पालिकाध्यक्ष श्रीमती सुनीता गुप्ता को एक मत से विजयी घोषित कर दिया गया और अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया।
कांग्रेस शासित में कांग्रेस पार्षदों की संख्या 16 है लेकिन इनमें से केवल 12 ने ही मत डाले, शेष 4 ने मतदान से क्यों दूरी बनाई? इस बात की चर्चा जमकर है कि पार्टी इस पर क्या कदम उठाएगी?
अविश्वास प्रस्ताव पर प्रशासन की ओर से पीठासीन अधिकारी के रूप में अपर कलेक्टर राजेंद्र गुप्ता और पालिका प्रसासन अधिकारी मौजूद थे तो कांग्रेस की ओर से जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पंकज शर्मा और रायपुर के पूर्व महापौर प्रमोद दुबे उपस्थित थे।