मुंगेली शहर में कहां ड्यूटी कर रही ट्रैफिक पुलिस? शहर की यातायात व्यवस्था चरमराई….

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ट्रैफिक सिग्नल का पालन कराना सालों गुजर जाने के बाद भी सम्भव नहीं हुआ

मुंगेली। छत्तीसगढ़ राज्य में मुंगेली जिले के शहर भीतर आजादी के बाद से अबतक शहर भीतर लोगों को ट्रैफिक अव्यवस्था से मुक्ति के लिए पिछले वर्ष जिला प्रशासन ने एक ठोस पहल कर बदहाल यातायात को सुधारने का प्रयास नगर पालिका और जिला प्रशासन के संयुक्त प्रयास से किया गया जिसमें शहर भीतर संकरे मार्गो के अतिक्रमण हटा व्यवस्थित करने भयंकर तोड़फोड़ मचाया, लोगो ने जिला प्रशासन का सहयोग किया मगर अब वापस शहर भीतर यातायात व्यवस्था चरमराई हुई है जिसका मुख्य कारण शहर भीतर यातायात व्यवस्था को संभालने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस का ना होना अथवा अपने ड्यूटी से गायब रहना माना जा रहा है। ऐसे में अब आये दिन जाम और गोल बाजार, सदर बाजार के आवागमन के लिए 20 फिट के सड़क पर आवारानुमा चारपहिया, दुपहिया वाहनो से जाम की स्थिति बन रही है। शायद शहर भीतर इस व्यवस्था को समझने पुलिस के आला अफसरों का यहाँ से ना गुजरना भी एक समस्या बने रहने का एक प्रमुख कारण है।

इन दिनों नगर की यातायात व्यवस्था भगवान भरोसे हो गई है। शहर के अदंर से लेकर बाहर तक यही स्थिति बनी हुई है। छोटे वाहनों से लेकर बसों का संचालन करने वाले बस संचालक भी सड़क में अव्यवस्था फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। शहर में घुस रहे भारी वाहनों के कारण हर सड़क पर जाम के हालात बन रहे हैं। amrittimes.com की टीम ने जब नगर के हालातों का फैक्ट चेक किया गया तो पूरे शहर में अव्यवस्थाओं का आलम दिखा। जिसे जहां मन पड़ रहा वह वहां वाहन खड़े कर देता है। चाहे सड़क संकरी हो या चौड़ी। इसकी वजह से जाम के हालात निर्मित हो रहे हैं और राहगीरों को चलने में समस्या हो रही है। शहर में बिना पार्किंग के बड़े वाहन भी सड़क किनारे खड़े किए जा रहे हैं लेकिन यातायात पुलिस और परिवहन विभाग कार्रवाई तक नहीं कर रहा है। नगर में ट्रेफिक सिस्टम भगवान भरोसे चल रहा है। आए दिनों बीच सड़क पर वाहन चालकों के बीच नोंक-झोंक हो जाती है। यह स्थिति शहर में ट्रेफिक सिस्टम दुरूस्त नहीं तथा वाहन पार्किंग की व्यवस्था के अभाव में उत्पन्ना हुई है। शहर में घुसते ही बाहरी वाहनों समेत लोकल वाहनों को जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ता है। अधिकांश चौक-चौराहे पर ट्रेफिक पुलिस की व्यवस्था नहीं दिखाई देती। नतीजतन आटो, लोडिंग चालक, लोकल बसें, ट्रैक्टर ट्राली,निजी वाहनों के गेरेज न बना सड़को में पार्किंग के कारण मालिक मनमाने तरीके से वाहन का ठहराव करते हैं। जिसके कारण दिन भर नागरिकों को ट्राफिक से जूझना पड़ता है।

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