अग्नि चंद्राकर पूर्व में गिरफ्तार सूर्यकांत तिवारी के ससुर हैं
रायपुर(छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ में एक आईएएस, राजनेता और कांग्रेस के पूर्व विधायक समेत कई कारोबारियों के ठिकानों पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम ने दबिश दी है। ईडी की टीम सुबह छह बजे रायपुर व भिलाई स्थित अफसरों, नेताओं और व्यापारियों के ठिकानों पर पहुंची।
रायपुर के देवेंद्र नगर स्थित अफसर कॉलोनी में ईडी की टीम दूसरी बार पहुंची। इससे पहले आईएएस जेपी मौर्य और समीर विश्नोई के घर पर ईडी ने दबिश दी थी। इनमें विश्नोई जेल में हैं।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार ईडी ने आईएएस अन्बलगन पी. के निवास पर छापा मारा है। अन्बलगन फिलहाल जल संसाधन व संस्कृति विभाग के सचिव हैं। वे खनिज सचिव रह चुके हैं।
ईडी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक और बीज निगम के अध्यक्ष अग्नि चंद्राकर, ऐश्वर्या किंगडम निवासी विपुल पटेल, अशोका टॉवर निवासी स्वतंत्र जैन के यहां भी छापेमारी की है। अग्नि चंद्राकर पूर्व में गिरफ्तार सूर्यकांत तिवारी के ससुर हैं।
रायपुर स्थित ट्रांसपोटर विपुल पटेल के घर और बिलासपुर में उनके ठिकानो पर ED की टीम ने दबिश दी है। आईएएस ऑफिसर पी. अंबलगन के रायपुर और दुर्ग भिलाई स्थित उनके निवास पर छापेमारी की है। ईडी की टीम राजनेता और व्यापारियों के घर पर कागजातों को खंगाल रही है। जांच पड़ताल जारी है।
आज सुबह 4 बजे छत्तीसगढ़ में ईडी की टीम रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर में दबिश दी है। इसके साथ ही कांग्रेस के पूर्व विधायक और छत्तीसगढ़ बीज निगम के अध्यक्ष अग्नि चंद्राकर के घर पर भी ईडी छापेमारी की है। कागजातों की छानबीन कर रही है। वहीं कारोबारी स्वतंत्र जैन, विपुल पटेल के रायपुर और बिलासपुर स्थित निवास पर ईडी की छापेमारी जारी है। टीम के साथ सीआरपीएफ जवानों के साथ अधिकारियों की टीम निवास पर मौजूद है। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर आईएएस, राजनेता और कारोबारियों के घर छापेमारी से हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें आईएएस पी अंबलगन अभी संस्कृति एवं पर्यटन विभाग में सचिव हैं। इससे पूर्व वे खनिज विभाग में सचिव रह चुके हैं। माना जा रहा है कि आज की कार्रवाई भी पूर्व में पड़े छापों से जोड़कर देखा जा रहा है। छत्तीसगढ़ में इससे पहले भी आईएएस समीर विश्नोई सहित कोयला कारोबारियों के यहां छापेमारी हुई थी। फिलहाल, इस केस में अभी आईएएस अधिकारी सहित कारोबारी जेल में सजा काट रहे हैं। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार ईडी की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधती रही है। भूपेश सरकार का आरोप है कि केंद्र की ओर से सेंट्रल एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। इस तरह की कार्रवाई से राज्य सरकार डरने वाली नहीं है।