कानून एवं व्यवस्था के संबंध में ली जानकारी
पटवारी मुख्यालय में नहीं बैठते, अधिकारी जांच करें और पटवारी मुख्यालय में बैठना सुनिश्चित करें
बिलासपुर/तखतपुर। दो दिवसीय जिले के तखतपुर विधानसभा अंतर्गत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में आज सुबह सीएम रायपुर रवाना होने से पहले बिलासपुर जिले के अधिकारियों की समीक्षा बैठक की। जिसमे मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत सचिवों से जुड़ी शिकायत सुनीता यादव, हर प्रसाद भास्कर ने की है, कलेक्टर को जाँच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
बैठक में अधिकारियों को जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए गांव गांव में शिविर लगाने के निर्देश दिए। बैठक में हाट बाजार क्लीनिक योजना के बारे में जानकारी ली, अधिकारी ने बताया कि जिले में 20 हाट बाजार चिन्हित हैं। पर्याप्त गाड़ियों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए ।
भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना के संदर्भ में अधिकारी ने बताया कि जिले में 34 हजार 873 लोगों का पंजीयन हुआ है, सभी को योजना का लाभ मिल रहा है। गौठान के संबंध में जानकारी लेने पर तखतपुर सीईओ ने बताया कि हमारे ब्लॉक में 82 गौठान संचालित हैं।
बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल भवनों के मरम्मत, रंगाई पुताई आदि के संबंध में जानकारी दी। स्कूल भवनों के मरम्मत आदि के संबंध में निर्देश दिए गए। सिंचाई विभाग के ईई को नहरों के लंबित मुआवजा प्रकरण के त्वरित निराकरण के निर्देश।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग से एफआरए पट्टा के संबंध में जानकारी ली गई और कहा गया कि शिविर लगाकर ज्यादा से ज्यादा आवेदन और अधिक से अधिक लोगों को पट्टा प्रदान करें। बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी से सुपोषण योजना के प्रगति के संबंध में अधिकारी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं से 3 वर्ष के बच्चों एवं शिशुवती माताओं को गर्म भोजन प्रदान किया जा रहा है।
एनीमिया जांच के बारे में अधिकारी ने बताया कि जिले में 353 गंभीर एनीमिया के मरीज हैं, इस पर अधिकारी को उनके नियमित जांच और पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए।
लघु वनोपज संग्रहण के बारे में अधिकारी ने बताया कि जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण किया जाता है। इस वर्ष 32 हजार 200 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें 30 हजार रुपए से अधिक मानक बोरा का संग्रहण किया गया है। उन्होंने अधिकारियों से खराब सड़कों के मरम्मत के स्थिति की जानकारी ली और कहा कि खराब सड़कों की मरम्मत तत्काल करें।
तखतपुर में खारे पानी की समस्या की जानकारी लेटव हुए उन्होंने कहा कि गांव में पानी की टंकी बनी है, लेकिन उसका उपयोग नहीं हो रहा है। पीएचई के अधिकारी को पानी की सप्लाई जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के निर्देश। मुख्यमंत्री ने तखतपुर में खारे पानी की समस्या से निपटने के लिए खुड़िया जलाशय से पानी की सप्लाई की घोषणा की है, उन्होंने इसकी कार्ययोजना जल्द बनाने को कहा।
नल जल योजना के बारे में अधिकारी ने बताया कि 464 योजनाओं के लिए वर्क आर्डर जारी कर दिया गया। नल जल योजना के अंतर्गत प्रतिदिन लगभग 200 नल कनेक्शन लिया जा रहा है।
सहकारी बैंक में पहली बार शिकायत आई कि 49 हज़ार ही निकाल पा रहे हैं एक दिन में, इस पर मुख्यमंत्री ने विसंगति दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने चेक ATM, NFT, RTGS के बारे में भी बताते हुए लिमिट को खतम करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति प्रमाणपत्र जारी नहीं होने की शिकायत आ रही है, कैम्प लगाकर बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भैसाझार परियोजना के प्रभावितों के मुआवज़ा वितरण के लिए कैम्प लगाए और जल्द खतम करें। अधिकारी ने बताया कि 40 प्रकरणों में विवाद है इसलिए लेट हो रहा है, इस पर मुख्यमंत्री ने जून तक निराकरण के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग में किसानों को उपकरण योजना आदि के संबंध में जानकारी नहीं मिल पा रही है। कृषि विभाग अपनी योजनाओं का प्रचार-प्रसार कराएं।
जिले में चाकूबाजी की घटनाओं पर लिया संज्ञान। चाकूबाज़ी पर लगाम लगाएं। गुंडा गर्दी करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी करवाई करे। ज़मीन विवाद एक कारण है तो राजस्व और पुलिस समन्वय कर गुंडागर्दी को रोके वरना दोनो विभागों और नगरीय प्रशासन के अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही होगी।
अतिक्रमण को रोके, राजस्व संबंधी विवादों को तत्काल सुलझाए इससे अपराध कम होगा। लो वोल्टेज के संबंध में अधिकारी ने बताया कि एक सौ 16 ट्रांसफर लगा रहे हैं, जिससे आने वाले समय में बिजली की समस्या नहीं होगी, मुख्यमंत्री ने कृषि पम्प कनेक्शनों की जानकारी भी ली।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पोड़ी कला विंध्यसार खम्हरिया के स्कूलों में शिक्षक नहीं आते, जिला शिक्षा अधिकारी को औचक निरीक्षण कर समस्या दूर करने एवं अनुपस्थित शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देशित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटवारियों के ख़िलाफ़ रिश्वत की शिकायत आ रही है, एसडीएम जाँच कर कार्रवाई करें, ऐसा नहीं होने पर एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए । पटवारी मुख्यालय में नहीं बैठते, अधिकारी जांच करें और पटवारी मुख्यालय में बैठना सुनिश्चित करें।