3 साल बाद बना मुंगेली जिले में करोड़ो नुकसान के बाद अब जीरो शार्टेज शत प्रतिशत उठाव का रिकॉर्ड
मुंगेली। जिले में इस बार धान खरीदी के मामले में बीते 3 साल का रिकार्ड टूटा है। जिले के 101 उपार्जन केंद्रों से शत प्रतिशत धान का उठाव के साथ ही जीरो शार्टेज रिकार्ड दर्ज किया गया।देखा गया कि धान खरीदी के शुरूआती दौर से धान खरीदी केन्द्रों में धान का आवक बना रहा। किसान धान बेचने को बेहद उत्साहित रहे।
जिले के खरीफ वर्ष 2022-23 में 66 समितियों के कुल 101 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान विक्रय के लिए कुल 95013 पंजीकृत किसानों से 107472.26 हेक्टेयर धान के रकबे में 397647.36 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। जिसकी अनुमानित कीमत 811.28 करोड़ रुपए है।
कलेक्टर राहुल देव एवं अतिरिक्त कलेक्टर तीर्थराज अग्रवाल,संयुक्त कलेक्टर नवीन कुमार भगत के सहयोग एवं मार्गदर्शन में तीनों ब्लाक के एसडीएम ( राजस्व विभाग का अमला सहित)तथा सभी जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों के भरपूर सहयोग के परिणाम स्वरूप हमारी टीम (खाद्य/सहकारिता/मार्कफेड/बैंक) द्वारा 03 वर्ष पश्चात् मुंगेली जिला अंतर्गत 101 उपार्जन केंद्रों में जीरो शार्टेज के लक्ष्य को हासिल कर शत-प्रतिशत धान का परिवहन कर लिया गया है।
समय-समय पर पुलिस प्रशासन द्वारा भी विशेष सहयोग प्राप्त होता रहा जिससे निराकरण ज्यादा आसानी से हो पाया उसके लिए पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन सिंह और पुलिस प्रशासन की टीम का भी विशेष सहयोग रहा।
जिले के सभी 101 धान उपार्जन केंद्रों से जीरो शार्टेज के साथ धान का उठाव पूर्ण हो गया है। जिला प्रशासन के इस उपलब्धि पर कलेक्टर राहुल देव ने शुक्रवार को धान खरीदी से जुड़े हुए सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दिए। उन्होनें कहा कि खाद्य, सहकारिता, जिला विपणन एवं जिला सहकारी बैंक एवं समिति सक्रियताओं से ही यह कार्य संभव हो पाया है, इससे निश्चित ही शासन को नुकसान बचाया गया।
गौरतलब है मुंगेली जिले के सभी उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव हो जाने की वजह गोदाम खाली हो गए हैं। इसकी वजह से अब ग्रीष्म के लिए खाद और बीज के भंडारण में सहूलियत होगी।