शहर को सजाने चले थे एसडीएम अमित कुमार….अचानक बारिश से सड़कों व दुकानों में घुसा नालों का पानी,जनजीवन प्रभावित के साथ आमजनमानस त्रस्त

मुंगेली में ओलावृष्टि के साथ आंधी तूफान के साथ जोरदार बारिश, फसलों को हो सकता है नुकसान

अचानक तेज आंधी-तूफान, बारिश भी नहीं झेल पाया मुंगेली शहर

हर तरफ पानी-पानी, नगर पालिका के दावों की खुली पोल

मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटों तक मौसम कुछ इसी तरीके का बना रह सकता है। ऐसे में किसानों को चिंता सता रही है।

मुंगेली। अचानक आज हुई तेज आंधी तूफान, बारिश में ही शहर की व्यवस्था की पोल खुल गई। पूर्व एसडीएम द्वारा अपनी तुगलकी फरमान से अतिक्रमण हटाने और शहर को चाइना लाइट से सजाने में जो लोगों को परेशानी हुई उसके बाद अब बजबजाती नालियों को दबा सुधारने चले एसडीएम साहब के कारनामों से शहर परेशान हो रहा है बारिश के पानी निकासी नहीं होने के कारण पानी भर गया है। आने-जाने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। जिससे नगर पालिका की तैयारियों की पोल खुल गई है। नालियों से घर सड़क तक पहुंचते पानी ने खामियां उजागर कर दी। आज हुई बारिश में शहर के कई इलाकों में पानी भरता है, इसलिए नालियों को व्यवस्थित करने का काम पहले ही कर लिया जाना था।

शहर भीतर रामानुज द्वार से सदर बाजार, गोल बाजार,बालानी चौंक,पड़ाव चौंक में गड्ढों में पानी भरने से लोगों का आवागमन दूभर हो गया। अभी भी कई जगह पर पानी भरा है। शहर के सड़कों पर जगह-जगह पानी की निकासी नहीं होने से सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। वाहनों के आवागमन के दौरान सड़क के गंदे पानी छींटा लोगों पर पड़ रहा है।

सीएमओ व एडीएम को कोई मतलब नहीं

शहर की समस्या को लेकर जिम्मेदार सीएमओ व एसडीएम को कोई मतलब नहीं है। शहर में पहली बार अचानक आंधी तूफान,बारिश हुई उसको भी मुंगेली झेल नहीं पाया। शहर के हर मोहल्ले में सड़क से घरों तक पानी भर गया। नाली का मलबा सड़क में बहने लगा। इसके बावजूद जिम्मेदार सीएमओ व एसडीएम पानी बंद होने के बाद शहर में झांकने तक नहीं निकले। उनको शहर की किसी भी समस्या से कोई मतलब नहीं है।

शहर में जलजमाव बड़ी समस्या

शहर में जलजमाव एक बड़ी समस्या है। बारिश के दिनों में नगर के आधे से अधिक मोहल्लों में जल जमाव होने से शहर के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए एहतियात बरतना जरूरी है। आज अचानक बारिश से अब मानसून आने से पहले ही नालियों की पूरी तरह से सफाई करने के साथ ही जल जमाव वाले स्थानों को चिन्हांकित कर डस्ट पाटा जाना चाहिए। शहर भीतर पानी की निकासी नहीं होने से लोगों को आवागमन के लिए असुविधा का सामना करना पड़ता है। शहर भीतर व मोहल्लों में जल जमाव होने से सबसे बड़ी परेशानी मच्छरों से होती है। गड्ढों में पानी का भराव होने से मच्छरों की संख्या में इजाफा होता है। जिसके कारण लोग मलेरिया, डायरिया जैसे विभिन्न रोगों के शिकार होते हैं।

छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में मंगलवार को अचानक मौसम ने करवट बदली और ओलावृष्टि के साथ जोरदार आंधी तूफान व बारिश हुई। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। लोगों को तेज धूप और बढ़ती गर्मी से कुछ देर के लिए राहत मिली। लेकिन, ये बारिश किसानों के लिए मुसीबत बन गई है। ओलावृष्टि और बारिश की वजह से खेतों में खड़ी फसलों का नुकसान होने की अंदेशा बढ़ गई है।

जानकारी के मुताबिक तेज हवा और ओले गिरने से गेहूं, चना सहित रबी की फसलों के प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है। सबसे ज्यादा नुकसान उन फसलों को होगा जो कटाई के बाद खेतों में पड़ी हुई हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक, दिन में तेज गर्मी थी। वहीं, शाम होते- होते आसमान में काले बादल छा गए। इसके बाद कई इलाकों में तेज बारिश हुई, जिससे मौसम सुहाना हो गया।ओले गिरने की वजह से फसल को बहुत नुकसान होने का डर है वहीं, हवा चलने से खेतों में खड़ी फसलें भी आड़ी हो गईं। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटों तक मौसम कुछ इसी तरीके का बना रह सकता है। ऐसे में किसानों को अपनी फसल को लेकर चिंता सता रही है। बेमौसम बारिश होने के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया। किसानों ने बताया कि पानी और ओले गिरने की वजह से फसल को बहुत नुकसान होने का डर है।

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