हुबली (कर्नाटक)। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यहां शनिवार को कहा कि कर्नाटक के लोग कड़ी मेहनत करके अपना जीवन जी रहे हैं और उन्हें किसी के आशीर्वाद की जरूरत नहीं है। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान का जवाब देते हुए कहा कि अगर भाजपा दोबारा सत्ता में नहीं आती है, तो राज्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद नहीं मिलेगा। कांग्रेस संसदीय दल की नेता ने यहां एक विशाल जनसभा को संबोधित किया।
सोनिया गांधी ने कहा कि भाजपा उनके बेटे और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को मिली कामयाबी से चिंतित और परेशान है, क्योंकि यह यात्रा उन लोगों के खिलाफ थी, जो देश में नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की लूट, झूठ, अहंकार और नफरत के माहौल को खत्म किए बिना कर्नाटक और यहां तक कि भारत भी प्रगति नहीं कर सकता, क्योंकि भाजपा री राजनीतिक दल में बदले की भावना से भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हराने की कोशिश कर रही है। वह कांग्रेस नेताओं के खिलाफ राज्य में ईडी और आयकर के छापे का जिक्र कर रही थीं। कांग्रेस नेता ने यह भी याद किया कि वह 24 साल पहले बेल्लारी निर्वाचन क्षेत्र से जीती थीं और कर्नाटक के लोगों ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया था। उन्होंने यह भी कहा कि कर्नाटक ने 1978 में चिकमंगलुरु से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चुना था। सोनिया गांधी ने कहा कि कर्नाटक के लोग वे हैं जो गर्व के साथ जीते हैं, और वे केंद्र और राज्य की सरकारों द्वारा भ्रष्टाचार को स्वीकार नहीं करेंगे। न्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के अंधेरे शासन के खिलाफ आवाज बुलंद करना लोगों की जिम्मेदारी है।
सोनिया गांधी ने कहा कि 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा बौखला गई है और पार्टी राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ सभी तरह के हथकंडे और हर तरह का दमन कर रही है। सोनिया ने राज्य में भ्रष्टचार का जिक्र करते हुए सार्वजनिक कार्यों के लिए वसूले जा रहे 40 प्रतिशत कमीशन पर ठेकेदार संघ द्वारा प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र का भी अप्रत्यक्ष संदर्भ दिया। भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार भी सोनिया गांधी के साथ मंच पर मौजूद थे।