रतनपुर में फिर बिगड़े हालात आक्रोश में रहा बंद: रेप पीड़िता की मां को जेल भेजने पर पुलिस के खिलाफ आक्रोश,थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह हुए लाइन अटैच

रतनपुर में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है

थाने का घेराव कर धरने पर बैठ गए प्रदर्शनकारी

प्रदर्शनकारियों का वीडियो बनाते रहे पुलिसकर्मी

बिलासपुर जिले के रतनपुर में पुलिस की संदिग्ध कार्यप्रणाली से नाराज होकर आज रतनपुर बंद किया गया है। लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। भारी मात्रा में पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर तैनात है। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। रेप पीड़िता की मां को जेल भेजने के बाद हिंदूवादी संगठनों ने शनिवार को भी देर शाम रतनपुर थाने का घेराव करके जमकर हंगामा किया। उन्होंने टीआई समेत जिम्मेदार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने और पीड़िता को न्याय देने की मांग की है। आज रतनपुर बंद है। बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट है।

टीआई को निलंबित करने की मांग दुष्कर्म पीड़िता की मां पर काउंटर केस दर्ज करने के विरोध में शनिवार को हिंदू संगठन के लोगों ने रतनपुर में रैली निकालते हुए थाने का घेराव किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उन्होंने पुलिसकर्मियों को चूड़ियां भी भेंट की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग शामिल थे, जिन्होंने सड़क पर टायर जलाकर विरोध-प्रदर्शन किया।

जिले भर से पुलिस जवानों को रतनपुर बुला लिया गया है। करीब दो घंटे तक यहां जमकर बवाल मचा। आंदोलनकारियों ने पीड़िता को न्याय नहीं मिलने पर रतनपुर बंद कर दिया है। इसके साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

हिंदूवादी संगठन ने प्रदेशभर से लोगों को बुलाया दरअसल, शनिवार को पीड़िता और हिंदूवादी संगठन के लोग इस केस की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर SP संतोष सिंह से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान SP संतोष सिंह ने कानून के अनुसार कार्रवाई करने की बात कह दी। साथ ही कहा कि दस साल के बच्चे के साथ जो घटना हुई है, उस पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। इस केस में रेप पीड़िता से कोई लेना देना नहीं है। उनके इस जवाब से असंतुष्ट हिंदूवादी संगठन के लोगों ने प्रदेश भर के लोगों को रतनपुर बुला लिया और थाने का घेराव करके विरोध-प्रदर्शन करने लगे।

थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह हुए लाइन अटैच

दुष्कर्म पीड़िता की मां को जेल भेजने के मामले में पुलिस प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रतनपुर के थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया है। इस समय रतनपुर में शांति मार्च निकाला जा रहा है।

रतनपुर के प्रकरण में आरोपों की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बिलासपुर संतोष सिंह ने निष्पक्ष जांच हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में एक दल का गठन किया है ।

जिसमें एसडीओपी कोटा सिद्धार्थ बघेल और निरीक्षक परिवेश तिवारी को शामिल किया गया है। आदेशित किया गया है कि यह टीम घटनाक्रम व एफआईआर के सम्पूर्ण तथ्यों की जांच रिपोर्ट सात दिवस के भीतर प्रस्तुत करें। दोषी व्यक्ति व लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही होगी।

रतनपुर का माहौल खराब करने वाले पाक्सो काण्ड से जुड़े अपने पार्षद को क्यों अभयदान दे रहे हैं

सतयुगहिया बस्ती धर्मनगरी रतनपुर के धार्मिक सामाजिक माहौल को बिगाड़ने वाले पाक्सो कांड में सर्वाधिक दुविधापूर्ण और समझ से परे स्थिति भारतीय जनता पार्टी की बनती जा रही है। लोगों और सोशल मीडिया में चल रही चर्चा के अनुसार रतनपुर के इस चर्चित हो चुके कांड में अपनी पुत्री के साथ हुए दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखाने वाली उसकी विधवा मां को ही साजिशन आठ 9 साल के एक नाबालिक बालक के साथ प्राकृतिक दुष्कर्म का आरोप लगवा कर पाक्सो एक्ट के तहत जेल भेज दिया गया। इस मामले में जेल भेजे गए नाबालिक के साथ दुष्कर्म के आरोपी युवक आफताब मोहम्मद के पार्षद चाचा, हकीम मोहम्मद और रतनपुर के थाना प्रभारी कृष्णकांत सिंह के नाम से पूरे क्षेत्र में लोग आक्रोश में है। लोगों का कहना है कि इन दोनों की करामात के कारण ही आज रतनपुर में आक्रोश का बवंडर उठा हुआ है।

बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के द्वारा रतनपुर थाने का घेराव किया जा चुका है। पोक्सो एक्ट के तहत जेल भेजी गई दुष्कर्म पीड़िता की विधवा मां के साथ “न्याय की गुहार” का ज्ञापन जिले के पुलिस अधीक्षक के द्वार पर पहुंच चुका है। सोमवार को सर्व हिंदू संगठन के लोगों द्वारा बिलासपुर में पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर विरोध प्रदर्शन करने की चर्चा हो रही है।

दुष्कर्म पीड़िता लड़की की विधवा मां को फसाने के लिए साजिशन गढे गए पाक्सो कांड में लिफ्त आरोपी आरोपी को लेकर भाजपा समर्थक विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन आश्चर्य है कि भारतीय जनता पार्टी के रतनपुर ब्लॉक अध्यक्ष, बिलासपुर जिला अध्यक्ष के साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और बिलासपुर से ही सांसद अरुण साव की इस मामले में चुप्पी को लेकर भाजपा के ही कार्यकर्ता तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। उनका कहना है कि दुष्कर्म पीड़िता की विधवा मां को जेल भेजने के इस मामले में भाजपा के रतनपुर पार्षद हाकिम मोहब्बत की संलिप्तता को देखते हुए पार्टी को उसे तत्काल निकाल बाहर करना चाहिए। लेकिन पता नहीं क्यों.. भाजपा के, रतनपुर ब्लाक व बिलासपुर जिला और प्रदेश संगठन के अध्यक्ष द्वारा लोगों के गुस्से का केंद्र बने रतनपुर भाजपा पार्षद को ही अपने सीने से लगाकर लगातार अभयदान क्यों दे रहे हैं..?

दुष्कर्म जैसे संगीन केस में काउंटर केस दर्ज करने पर वकील प्रियंका शुक्ला का कहना है कि, आरोपी पक्ष के लोगों ने यदि आरोप लगाया है तो कानून कहता है कि इस पर तत्काल कार्रवाई करने के बजाए पुलिस को पूरी जांच कर लेनी चाहिए थी। यदि शिकायत करने पर दुष्कर्म पीड़िता के प्रार्थी को ही जेल भेज दिया जाए तो अन्य पीडितों का क्या होगा? दुष्कर्म के बाद रसूखदारों के खिलाफ कोई रिपोर्ट दर्ज कराने थाना कैसे आएगा?

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