हरियाणा कांग्रेस में फिर दिखी गुटबाजी
हरियाणा कांग्रेस में चल रही गुटबाजी एक बार फिर सामने आ गई है। प्रभारी बनने के बाद पहली बार कांग्रेस नेताओं की बैठक लेने पहुंचे दीपक बाबरिया के सामने कुमारी सैलजा मंच छोड़कर बाहर हो गईं।
हरियाणा कांग्रेस में अक्सर गुटबाजी की खबरें आती रहती हैं. शनिवार को एक बार चंडीगढ़ में हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी देखी गई. पार्टी के नए प्रभारी दीपक बाबरिया की पहली ही पहली ही बैठक में दीपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी शैलजा के समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। जिसके बाद छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा बीच में ही बैठक से निकल गईं।
दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने जब बैठक के दौरान अपना संबोधन शुरू किया तो एक कार्यकर्त्ता ने ‘अबकी बार हुड्डा सरकार’ का नारा लगा दिया। जिसके बाद शैलजा भड़क गईं। उन्होंने प्रभारी दीपक बाबरिया को इसकी शिकायत करते हुए कहा कि देख लीजिए। इसी बीच हुड्डा ने मोर्चा संभाला और कुमारी शैलजा के समर्थन में नारेबाजी करवा दी। कुमारी शैलजा मंच छोड़कर चली गईं। हालांकि जब शैलजा से मीडिया कर्मियों ने मंच छोड़कर जाने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि यहां तो सभी नेता सीएम हैं, इसमें कोई नई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें जरूरी काम है इसलिए उन्हें जाना पड़ रहा है।
बैठक में हंगामे के बाद प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि वे नारेबाजी को ज्यादा तवज्जो नहीं देते। नेताओं के समर्थक अक्सर नारेबाजी करते हैं, लेकिन पार्टी मीटिंग में नारेबाजी करना गलत है. पार्टी में यूनिटी को बरकरार रखना जरूरी है। ‘छोटी-छोटी बातों को मीडिया में लेकर जाना सही नहीं है। जो भी नेता एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करेगा, उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अपने संबोधन के दौरान दावा किया कि अगर इस समय भी लोकसभा चुनाव हो जाए तो कांग्रेस पांच से सात सीटें जीतने की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी वादे पूरे करने के लिए जानी जाती है।