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जयंती विशेष: प्रेमचंद की रचनाएं कालजयी और प्रासंगिक हैं

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◆ आत्मानंद विद्यालय में प्रलेस द्वारा प्रेमचंद जयंती मनायी गई

बिलासपुर। प्रगतिशील लेखक संघ की स्थानीय इकाई ने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय लिंगियाडीह के सहयोग से विद्यालय में प्रेमचंद जयंती का आयोजन किया।
इस अवसर पर विद्यालय में आयोजित प्रेमचंद जयंती समारोह में मुख्य अतिथि गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. मुरली मनोहर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में प्रेमचंद की रचनाओं का वर्तमान परिपेक्ष में सुक्ष्म विश्लेषण करते हुए उनकी अनेक कहानियों का सार संक्षेप प्रस्तुत किया। इसके साथ ही उन्होंने हिंदी साहित्य के इतिहास में प्रेमचंद की महत्वपूर्ण भूमिका को विस्तार से समझाया।
वरिष्ठ साहित्यकार व शिक्षाविद रफीक खान ने साहित्य का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए प्रेमचंद की अनेक रचनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने प्रेमचंद की कहानियों व अन्य रचनाओं को पढ़ने व उन्हें आत्मसात करने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रगतिशील लेखक संघ के जिला सचिव डॉ अशोक शिरोडे ने कहा की छात्र-छात्राओं को भाषा व साहित्य से जोड़ने की जरूरत है। भाषा, साहित्य व कला व्यक्ति के व्यक्तित्व को संवारती है, ज्ञान दृष्टि विकसित करती है। उन्होंने छात्रों को लेखन में प्रोत्साहन देने के लिए कहानी व कविता लेखन के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. शिरोडे ने छात्रों को उनकी रचनाओं को देने के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने छात्रों की रचनाओं को चयनित कर पुरस्कृत करने वह प्रकाशित किए जाने की बात कही। कार्यक्रम के प्रारंभ में कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए संस्था के प्राचार्य डॉ.एम.के. मिश्रा ने प्रेमचंद के जीवन व साहित्य के बारे में सारगर्भित बातें बताते हुए कहा कि प्रेमचंद का साहित्य जीवन जीने की कला का मार्ग प्रशस्त करता है। उनकी अनेक कहानियां हमारा मार्गदर्शन करने में सक्षम है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए स्कूल की वरिष्ठ शिक्षिका अनामिका तिवारी ने प्रेमचंद की कहानी “ईदगाह” का सार प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विद्यालय के कक्षा नवमी के छात्र प्रिंस शुक्ला व डिंपल के द्वारा बनाये प्रेमचंद के चित्र को प्रदर्शित किया गया इस अवसर पर अतिथियों द्वारा दोनों छात्रों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहन दिया गया । विद्यालय की शिक्षिका निहारिका तिवारी एवं प्रलेस के साथी मुश्ताक मकवाना ने सभी उपस्थित शिक्षकगण वह छात्रों का आभार प्रदर्शन किया। समारोह में विद्यालय के शिक्षक गण गौरव मंगरुलकर, धीरेंद्र शर्मा, रेनू मिश्रा, माला चंद्राकर, रंजना तिवारी, डी कलीरत्नम, दीपा, मुनमुन, दिव्या भगत, वर्षा पांडे, रिचा तिवारी, शैलेंद्र शर्मा, धनीराम यादव एवं बड़ी संख्या में विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।


प्रेमचंद ने रचनाओं में आम आदमी की पीड़ा को शब्द दिए

प्रगतिशील लेखक संघ बिलासपुर द्वारा प्रेमचंद जयंती का आयोजन स्कूल स्तर के विद्यार्थियों के बीच किये जाने के उपक्रम में आज देवकीनंदन दीक्षित कन्या उच्चत्तर विद्यालय तिलक नगर, में कार्यक्रम आयोजित किया गया ।
शाला की 12वीं की छात्रा द्वय कु. श्रद्धा सोनी व कु द्वारा पंच परमेश्वर कहानी का पाठ किया गया। तत्पश्चात वरिष्ठ साहित्यकार रफ़ीक खान ने कथाकार प्रेमचंद के साहित्यक व सामाजिक अवदान अपनी बात रखी। छात्रों के साथ बातचीत के क्रम में उन्होंने छात्रों को प्रेमचंद की कहानियों को पढ़ने व उनसे सीख प्राप्त करने को प्रोत्साहित किया।
विद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका गीता शुक्ला कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने प्रेमचंद की कहानियों को आम आदमी की कहानी बताते हुए उनके पात्रों को अपने बीच का बताया। प्रलेस के साथी मुश्ताक मकवाना ने विध्यालय परिवार का आभार व्यक्त किया। विद्यालय की शिक्षिका शाइस्ता परवीन सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहे।
प्रलेस बिलासपुर के सह सचिव डॉ. अशोक शिरोडे ने प्रारम्भ में महान कथाकार प्रेमचंद के व्यक्तित्व व रचना कार्य पर संक्षिप्त प्रकाश डाला।
साथ ही विद्यालय के कक्षा 9 से 12 के छात्राओं से कहानी व कविता लेखन प्रोत्साहन के लिए उनकी रचनाओं को आमंत्रित किया है। चयनित रचनाओं को पुरस्कृत व प्रकाशित किया जाएगा।

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