नई दिल्ली. विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ के नेता उदयनिधि के सनातन धर्म के खिलाफ टिप्पणी पर मुस्लिम समुदाय में भी नाराजगी है। उत्तर प्रदेश से मौलवियों ने उदयनिधि से माफी की मांग की है। साथ ही ‘INDIA’ गठबंधन से सफाई की भी मांग की है। उदयनिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं और राज्य सरकार में मंत्री हैं। उन्होंने सनातन धर्म को खत्म करने की बात कही थी। शिया सुन्नी उलेमा फ्रंट के महासचिव मौलाना हबीब हैदर का कहना है कि यह अधिकार किसी को नहीं है। न्यूज18 से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘यह अपमानजनक टिप्पणी है और उदयनिधि स्टालिन को दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक के खिलाफ ऐसे बयान देने के लिए माफी मांगनी चाहिए। लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘साथ ही भाजपा विरोधी मोर्चे INDIA को भी सनातन धर्म पर अपना मत साफ करना चाहिए।’ ऑल इंडिया मुस्लिम जमात मौलाना के अध्यक्ष शाहबुद्दीन रिजवी ने कहा, ‘ऐसे बयान लोगों को धर्म के आधार पर बांटते हैं। धर्मों लोगों को जोड़ने के लिए हैं, जाति के आधार पर बांटने के लिए नहीं।’ सुन्नी मौलवी अबु जफर नोमानी ने कहा, ‘किसी को भी ऐसे बयान नहीं देने चाहिए, जो कानून के लिए खतरा हों। मुझे लगता है कि (उदयनिधि) स्टालिन को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।
यूपी में FIR दर्ज
बुधवार को ही उदयनिधि और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के खिलाफ यूपी के रामपुर में FIR दर्ज हुई है। प्रियांक कर्नाटक सरकार में मंत्री भी हैं। इधर, करीब 260 लोगों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश को उदयनिधि के बयान पर संज्ञान लेने की मांग की है।’
उदयनिधि का बयान
उदयनिधि ने कहा था, ‘कुछ चीजें हैं, जिनका विरोध नहीं किया जा सकता और उन्हें उखाड़ फेंकना ही जरूरी है। हम डेंगू, मच्छरों, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे उखाड़ना ही होगा। वैसे ही हमें सनातन को भी खत्म करना होगा। सनातन के विरोध के बजाए उसे उखाड़ा जाना चाहिए।’ इसके बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियंक खड़गे ने भी सनातन धर्म की तुलना बीमारी से कर दी थी।