धमतरी. पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा का टिकट कटने के बाद कार्यकर्ताओं में भारी नराजगी है. इसके साथ ही धमतरी में बगावत के सुर उठने लगी है. बता दें कि कल शाम जारी हुई अंतिम सूची में धमतरी से कांग्रेस ने ओमकार साहू को अपना उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद प्रत्याशी का विरोध शुरू हो गया है. वहीं पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह ने मीडिया से चर्चा में कहा कि इस मामले को लेकर पार्टी हाईकमान से चर्चा करेंगे. फिर से सर्वे कराकर टिकट देने की मांग करेंगे.
धमतरी में आज पूर्व विधायक गुरुमुख सिंह होरा के कार्यालय में विधानसभा के अलग-अलग बूथ से आए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई थी. बैठक में सभी ने एक सुर में पूर्व विधायक का समर्थन किया. कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक को निशर्त समर्थन देते हुए साथ खड़े रहने की बात भी कही. साथ ही कहा कि अगर होरा को टिकट नहीं दिया जाता है तो बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी से इस्तीफा देंगे.
2018 के चुनाव में 464 वोट से हारे थे वोरा
2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की रंजना साहू ने कांग्रेस के गुरुमुख से होरा को 464 वोट से हराया था. रंजना को 63198 तो वहीं होरा को 62734 मत प्राप्त हुए थे. कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे आनंद पवार को 29163 वोट मिले थे. बता दें कि गुरुमुख सिंह होरा 1993 में पहली बार चुनाव जीतकर आए थे. इसके बाद फिर उन्होंने 2008 में चुनाव जीता था. मीडिया से चर्चा में गुरुमुख सिंह होरा ने कहा, पार्टी के सर्वे में मेरा नाम पहले नंबर पर था. किसी नेता के बात में आकर ओंकार साहू को प्रत्याशी बनाया गया है. इस मामले को लेकर पार्टी हाईकमान से चर्चा करेंगे. हाईकमान के निर्णय बाद ही कुछ फैसला लिया जाएग