अयोध्या: अयोध्या में तेज गति से चल रहे मंदिर निर्माण के साथ दीपोत्सव कार्यक्रम की सारी तैयारी हो चुकी है। यहां निकलने वाली पारंपरिक शोभायात्रा की तैयारी तेजी से हो रही है। दीपोत्सव के दिन साकेत महाविद्यालय से शोभायात्रा नगर भ्रमण करते हुए नया घाट चौराहे तक जाएगी। इस बार यहां 11 झाकियां निकाली जाएंगी।
भगवान राम के जन्मकाल से लेकर राज्याभिषेक तक की यात्रा इन झांकियों के माध्यम से प्रदर्शित की जाएंगी।
विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक, दीपोत्सव में सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रामायण कालीन शिक्षा पर आधारित सामाजिक संदेश देने वाली झांकी होगी। नगर भ्रमण करने वाली झांकियों से संबंधित कलाकार 11 रथ पर सवार होंगे, जो अपनी कला के जरिए रामायण कालीन दृश्यों को जीवंत करेंगे। अयोध्या से 11 ट्रकों की झांकियां निकलेगी जिसमें पुत्रेष्ठि यज्ञ एवं सबको सुरक्षा, भयमुक्त समाज, गुरूकुल शिक्षा एवं बच्चों का अधिकार, बेसिक शिक्षा, राम सीता विवाह एवं बेटियों के विवाह हेतु सरकार द्वारा की जा रही व्यवस्था, अहिल्या उद्वार एवं मिशन शक्ति, नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालम्बन, 1090 एवं 1076 की सुविधा, पंचवटी/वन एवं पर्यावरण, रामेश्वरम सेतु एवं उप्र में पुलों का निर्माण, पुष्पक विमान एवं विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी, बेहतर वायु कनेक्टिविटी, केवट प्रसंग एवं समाज कल्याण, राम दरबार एवं बेहतर कानून व्यवस्था, शबरी-राम मिलाप एवं महिला कल्याण, लंका दहन एवं अपराधियों एवं भूमाफियाओं के विरूद्व अभियान की झांकियां होगी।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने अयोध्या में कराये जाने वाले दीपोत्सव-2023 की तैयारियों की गहन समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी दीपोत्सव के मामले में गिनीज विश्व रिकार्ड बनाया जाना है, इसलिए इसमें किसी प्रकार की लापरवाही अथवा चूक नहीं होनी चाहिए। इस दीपोत्सव पर 21 लाख दीयों को प्रज्ज्वलित कर नया कीर्तिमान स्थापित करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए 25 हजार वालंटियर लगाए जाएंगे।