रायपुर । कांग्रेस-भाजपा के बागी पार्टियों के लिए चुनौती बन गए हैं। प्रदेश में कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां दावेदार रहे नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नामांकन भर दिया है। इनमें रायपुर उत्तर से लेकर कसडोल, मनेंद्रगढ़, रायगढ़, महासमुंद, गुंडरदेही आदि विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इन सीटों पर अब त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है। विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन पत्र जमा करने का अंतिम दिन था। इसके बाद दो नवंबर तक अभ्यर्थी अपने नाम वापस ले सकते हैं। नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भाजपा और कांग्रेस का पूरा जोर बागी नेताओं को मनाने पर है।
बागियों को मनाने झोंकी ताकत
बागियों को मनाने के लिए दोनों ही राजनीतिक दलों ने ताकत झोंक दी है। टिकट की चाह में दल बदलने का खेल कम ही सही, मगर इससे पार्टियों पर दबाव बढ़ गया है। दलबदलू नेताओं में कुछ वैसे भी हैं जिन्होंने दल तो बदल लिया, मगर उन्हें टिकट नहीं मिल पाया। ऐसी स्थिति में उनके सामने विकट स्थिति बन गई है।
मनाने का सिलसिला जारी, पदों का भी प्रस्ताव
रूठे को मनाने के लिए पार्टियों के बड़े नेता बागियों से संपर्क साधने में जुट चुके हैं। नाम वापसी के लिए केवल दो दिन का समय शेष है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी से अलग होकर चुनौती देने वाले बागियों को पदों का प्रस्ताव दिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि सरकार बनने के बाद इन्हें निगम व अन्य मंडलों में बड़े पद दिए जाएंगे।
कुकरेजा की भीड़ ने बढ़ाई चिंता
कांग्रेसी पार्षद अजीत कुकरेजा ने टिकट नहीं मिलने के बाद निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में रायपुर उत्तर से नामांकन भर दिया है। नामांकन के दिन उनकी रैली में जिस तरह से भीड़ उमड़ी, इससे दिग्गज परेशान हैं। उन्हें मनाने का दौर शुरू हो चुका है। इधर, रायपुर ग्रामीण से भाजपा नेता सावित्री जगत भी पार्टी से नाराज चल रही हैं। टिकट नहीं मिलने के बाद उनके तेवर बदल चुके हैं।
सामरी में बदला समीकरण
कांग्रेस विधायक चिंतामणि महाराज के भाजपा में शामिल होने के बाद इस विधानसभा में समीकरण बदलने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस के यह तीसरे विधायक हैं, जिन्होंने बागी तेवर अपनाए हैं। चिंतामणि महाराज वर्तमान में बलरामपुर जिले के सामरी सीट से विधायक हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, उन्हें लोकसभा में जिम्मेदारी दी जा सकती है। सामरी सीट से कांग्रेस ने वर्तमान में विजय पैकरा को उम्मीदवार बनाया है।
इन्होंने छोड़ी पार्टी
अंतागढ़ से कांग्रेसी विधायक अनूप नाग टिकट कटने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने उन्हें छह साल के लिए निष्कासित भी कर दिया है। इधर कांग्रेस नेता गोरेलाल बर्मन पार्टी छोड़कर जकांछ में शामिल हो चुके हैं। टिकट न मिलने से नाराज कसडोल से कांग्रेसी नेता गोरलाल साहू ने भी बगावत छेड़ दिया है। सरायपाली से कांग्रेसी विधायक किस्मत लाल चंद जकांछ में शामिल हो चुके हैं।
इन सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
रायपुर उत्तर, मनेंद्रगढ़, बैकुंठपुर, जांजगीर, सरायपाली, गुंडरदेही, पंडरिया, कवर्धा, महासमुंद, रायगढ़, मुंगेली, खल्लारी, चंद्रपुर, कोटा, लोरमी, जैजपुर आदि।