भारत में सबसे कम उम्र के अरबपति स्टार का खिताब पा चुके रितेश अग्रवाल ने ओयो रूम्स के लोन को लेकर बड़ी योजना बनाई है. ओयो रूम्स ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में पहली बार घोषणा की है कि ओयो ने 1600 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने की योजना बनाई है. चालू वित्त वर्ष की जुलाई सितंबर तिमाही में ओयो रूम्स पहली बार खुला है. कंपनी लोन बायबैक प्रोसेस के जरिए 1620 करोड़ रुपये का लोन लेना चाहती है. इस ऋण की पुनर्भुगतान योजना जून 2026 तक है. रिज़ल में ओयो रूम्स इस ऋण को मौजूदा नकदी का उपयोग करके अपनी बैलेंस शीट से चुका रहा है. इस लोन बायबैक प्लान के मुताबिक ग्लोबल स्टोर टेक प्लेयर ओयो को अपने बकाया टर्म लोन पर करीब 30 फीसदी का घाटा हो रहा है.ओयो रूम्स शेयर बाजार में सूचीबद्ध एक प्रमुख कंपनी है और इसके पहले ऋण से संबंधित यह घोषणा बहुत महत्वपूर्ण है. ओयो रूम्स ने सितंबर तिमाही में 16 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है.रितेश अग्रवाल की कंपनी ओयो रूम्स स्टॉक से अपनी शेयरहोल्डिंग पर काम कर रही है. ओयो रूम्स द्वारा चुकाई गई 1620 करोड़ रुपये की ऋण राशि से उसे ब्याज के रूप में 225 करोड़ रुपये की बचत होगी. ओयो रूम्स की यह ऋण योजना सार्वजनिक बोली प्रक्रिया के माध्यम से चल रही है जो 14 से 18 नवंबर तक खुली रहेगी. यदि बोलियां निर्धारित तिथि से अधिक हो जाती हैं तो ओयो द्वारा आनुपातिक आधार पर ऋण पुनर्खरीद. ट्रेडिंग टर्मिनल के मुताबिक 13 नवंबर को ट्रेडिंग टर्मिनल पर ओयो के डेट पेपर 90 सेंट प्रति डॉलर के स्तर पर चले गए थे. कंपनी ने कहा था कि वित्त वर्ष 2023 में इस प्रोजेक्ट को एक प्रोजेक्ट से दूसरे प्रोजेक्ट में शामिल किया जाएगा. चालू वित्त वर्ष में ओयो रूम्स को 800 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल होने की उम्मीद है. ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही में नकदी प्रवाह विकसित किया था और उस तिमाही में कंपनी का हेड प्लस नकदी प्रवाह लगभग 90 करोड़ रुपये था.