फजलवाड़ा में रहने वाले आदतन बदमाश और नशेड़ी ने गाली गलौज देने से मना करने पर दंपति पर जान लेवा वह हमला कर दिया। फजलवाड़ा में रहने वाला सैफू उर्फ सैफ आदतन बदमाश और नशेड़ी है। वह आए दिन मारपीट और गुंडागर्दी किया करता है। उसके खिलाफ अनगिनत केस दर्ज है। कुछ महीने पहले ही उसने मोहल्ले में नईम खान के साथ चाकू बाजी की थी। सोमवार रात को उसने मोहल्ले में ही किसी के साथ लड़ाई झगड़ा और मारपीट की और फिर मोहल्ले में अश्लील गाली गलौज करते हुए इधर-उधर फिरने लगा। इस दौरान मोहल्ले में रहने वाले अनुराग विश्वकर्मा अपनी पत्नी और घर के अन्य महिला सदस्यों के साथ जनेऊ कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे।
घर की महिलाओं के सामने जब सैफू गाली गलौज कर रहा था तो उसे ऐसा करने से मना किया गया, जिससे आवेश में आकर सैफ ने और गंदी-गंदी गालियां देते हुए अनुराग पर हमला कर दिया। उस वक्त अनुराग की गोद में एक साल की उनकी बेटी भी मौजूद थी, जो इस हमले से घबराकर रोने लगी। बदमाश ने महिलाओं पर भी हमला करने का प्रयास किया। बीच बचाव के बाद वह वहां से भाग जरूर गया , मगर जब अनुराग विश्वकर्मा और उनकी पत्नी प्रेरणा विश्वकर्मा तोरवा सिंधु भवन में आयोजित समारोह में शामिल होने पहुंचे तो पीछे-पीछे बदमाश सैफू भी पहुंच गया और वहां अनुराग को चाकू मार कर उसकी अंतड़िया बाहर निकालने की धमकी देने लगा। इससे पति-पत्नी दोनों डर गए। बदमाश के पास चाकू मौजूद था और वह उससे हमला कर सकता था। किसी तरह उसे बचते बचाते दोनों वापस घर पहुंचे और फिर इसकी शिकायत कोतवाली थाने में की। इस बीच मोहल्ले के लोगों ने बदमाश को पड़कर पुलिस के हवाले किया।
पता चला कि बदमाश सैफू से पूरा मोहल्ला परेशान है। आए दिन मारपीट , चाकू बाजी करना उसकी पुरानी आदत है। पूरा खानदान ही बदमाशों का है। इन लोगों ने बजरंग स्वीट्स के संचालक बंटी के मकान पर भी अवैध कब्जा कर रखा है। कोर्ट के फैसले के बाद भी यह लोग मकान खाली नहीं कर रहे ।इसका भी विवाद आए दिन होता रहता है। वही मोहल्ले में लगभग हर किसी के साथ इस बदमाश ने मारपीट कर रखी है।
पुलिस जब बदमाश सैफू को पड़कर थाने ले गई तो इस घटना से शर्मिंदा होने की बजाय उसका मामा सफीक खान उल्टे उसका पक्ष लेकर महिलाओं को ही यह मशवरा देता दिखा कि उन्हें गाली सहने की आदत डालनी चाहिए । ढके छुपे अंदाज में यह धमकी देने से भी वह बाज नहीं आया कि शिकायतों के बावजूद हर बार की तरह आसानी से छुट जाएगा और फिर उनके लिए समस्या और बढ़ जाएगी।
सफीक खान शायद सच कह रहा था क्योंकि पति-पत्नी पर हमले करने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने वाले बदमाश के खिलाफ पुलिस ने केवल प्रतिबंधात्मक धारा के तहत कार्यकारी की। इसलिए शाम होते-होते वह छूकर घर भी आ गया और शिकायत करने वालों की छाती पर मूंग दलते हुए उसने मोहल्ले में आते ही अपनी पुरानी आदतों की तरह एक बार फिर से बदमाशी शुरू कर दी। सैफू की हरकत से शर्मिंदा होने की बजाय उसके घर वालों ने आतिशबाजी कर उसका स्वागत ऐसे किया जैसे वह कोई जंग जीतकर आया हो । जब घर वाले इस तरह शह देंगे और पुलिस भी सख्त कार्रवाई नहीं करेगी तो फिर आदतम अपराधियों को बार-बार अपराध करने का अवसर भी तो मिलेगा। जरूरत तो यह है कि सैफू जैसे आदतन बदमाशों के खिलाफ कड़ी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया जाये या फिर उसे तड़ीपार कर दिया जाता। ऐसा कुछ न होने से जाहिर है एक बार फिर उसके हौसले बुलंद हैं और वह आने वाले दिनों में किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है।