नारायणपुर : विशेष पिछड़ी अनुसूचित जनजाति अबुझमाड़िया बाहुल्य नारायणपुर जिला के मुख्यालय में संचालित रामकृष्ण मिशन आश्रम परिसर में अब महाविद्यालय का संचालन भी किया जाएगा। शनिवार को रामकृष्ण मिशन आश्रम परिसर में आयोजित किसान मेला में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि इससे अब यहां अध्ययनरत अबुझमाड़िया बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाना नहीं पड़ेगा। मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा कि रामकृष्ण मिशन आश्रम द्वारा किसान मेला के माध्यम से नारायणपुर जिले के किसानों के कल्याण के लिए बड़ी सुंदर पहल की गई है। निश्चित रूप से किसान भाई.बहनों को इस मेले से बड़ा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि रामकृष्ण मिशन ने ऐसे कठिन क्षेत्र में विभिन्न चुनौतियों के बावजूद गांव-गांव जाकर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत कार्य किया है। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन और रामकृष्ण मिशन के प्रयासों से यह अंचल अब पूरे देश-दुनिया में उल्लेखनीय कार्यों के कारण विख्यात हो रहा है। इस क्षेत्र के बच्चे और युवा मलखंब, तीरंदाजी और फुटबाल सहित विभिन्न खेलों में नाम रोशन कर रहे हैं। साथ ही इस क्षेत्र के युवा विभिन्न क्षेत्रों में सेवा प्रदान कर रहे हैं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि देश के विकास में किसानों का बहुत बड़ा योगदान है तथा छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है।। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा किसानों के हित में लगातार कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए पूंजी की समस्या को दूर करने का कार्य छत्तीसगढ़ के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा किया गया था। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसानों को साहूकारी कर्ज के जाल से आजाद किया था। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण देने की परंपरा प्रारंभ की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फसल बीमा योजना का सरलीकरण किया। छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार ने किसानों को धान के फसल को प्रति क्विंटल 3100 रुपए की दर पर खरीदने का निर्णय लिया है। साय ने कहा कि कि 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी का वादा हमने पूरा किया है। उन्होंने कहा कि अभी हम लोगों ने किसानों को धान के समर्थन मूल्य का भुगतान किया है तथा अंतर की राशि भी शीघ्र ही उनके खातों में पहुंचा दी जाएगी। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न् अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन सुशासन दिवस पर राज्य के 12 लाख किसानों को दो साल के बकाया धान बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया गया है। 5500 रुपए मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता की खरीदी का निर्णय भी केबिनेट की बैठक में ले लिया गया है। राज्य में महतारी वंदन योजना शुरू करने के बारे में भी कैबिनेट में निर्णय ले लिया गया है। इस योजना में विवाहित माता.बहनों को साल में कुल 12000 रुपए की मदद उन्हें दी जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में सरकार बनने पर कैबिनेट की पहली बैठक में ही 18 लाख गरीब परिवारों के पक्के आवास के निर्माण के लिए स्वीकृति देने की गारंटी दी थी। इस गारंटी का भी अक्षरशः पालन करते हुए कैबिनेट की पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख आवासों के निर्माण के लिए राशि की स्वीकृति दे दी गई। इसके लिए विधानसभा में अनुपूरक बजट प्रस्तुत करके 3799 करोड़ रुपए का बजट भी पारित करा लिया गया है। गुरुवार को केंद्र सरकार ने अपना अंतरिम बजट प्रस्तुत किया है। मोदी सरकार ने और 02 करोड़ पक्के आवास बनाने की घोषणा की है। इस घोषणा से छत्तीसगढ़ के सभी जरूरतमंद लोगों के लिए पक्के आवास की व्यवस्था हो जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने अबुझमाड़ जैसे अति पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए जो रोडमैप तैयार किया हैए उसकी सफलता में सेवाभावी संस्थानों का बड़ा योगदान होगा। अबुझमाड़िया जनजाति छत्तीसगढ़ की विशेष पिछड़ी जनजातियों में शामिल है। ऐसी जनजातियों के समग्र विकास के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना का संचालन किया जा रहा है। इस योजना के तहत इन जनजातियों को शिक्षाए स्वास्थ्यए बिजली, सड़क, पोषण, आवास जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन जनजातियों को आयुष्मान कार्ड, आधार कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जनधन खाते, गैस कनेक्शन आदि का लाभ दिया जा रहा है। सेवाभावी संस्थाओं और संगठनों के सहयोग से हम इन योजनाओं का लाभ अधिक प्रभावी तरीके से लोगों तक पहुंचा पाएंगे।
इस अवसर पर कृषि तथा आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम, वन एवं जलवायु परिवर्तन, सहकारिता एवं जल संसाधन मंत्री केदार कश्यप ने भी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमित कुमार, कमिश्नर श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, जनसंपर्क आयुक्त मयंक श्रीवास्तव, कलेक्टर विपिन मांझी, पुलिस अधीक्षक पुष्कर शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण, रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी व्याप्तानंद और अन्य पदाधिकारी, विद्यार्थी तथा बड़ी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य नागरिक तथा कृषकगण उपस्थित थे।