रायपुर। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ से कांग्रेस की अप्रत्याशित जीत की बात कही। राजनांदगांव सीट से भूपेश बघेल के विरोध में उठ रही आवाज पर कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि हर सीट पर कई दावेदार हैं, पार्टी एक व्यक्ति को टिकट देती है। जाहिर है, कई बार चुनाव के समय नाराजगी सामने आती है। कोई पार्टी अनुशासन से बाहर टिप्पणी करेगा तो कार्रवाई होगी। जहां तक शिकायतों की बात है तो मैं सबकी बात सुनूंगा।
पायलट ने इलेक्टरल बॉन्ड पर हो रही सियासत पर कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड को सुप्रीम कोर्ट ने अवैध घोषित किया है। राहुल गांधी ने कहा कि यह वसूली का तंत्र बन गया है। दुनिया ने पहला प्रकरण देखा जब सरकार के तंत्र के तहत ऐसा व्यापक घोटाला हुआ है। भाजपा के खातों को सीज किया जाना चाहिए, लेकिन कांग्रेस के खाते सीज किया जा रहा है। देश में स्वतंत्र पारदर्शी चुनाव करने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है, निर्वाचन आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए। पायलट ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड्स की नीति और नियत में फर्क आया है।
प्रत्याशियों की लिस्ट जल्द
वहीं कांग्रेस प्रत्याशियों की दूसरी सूची की घोषणा पर पायलट ने कहा कि कुछ सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। कुछ सीटों पर घोषणा बची है। नामों पर सीईसी का मंथन हो चुका है और जल्द बचे हुए नाम पर घोषणा कर दी जायेगी। पायलट ने कहा कि प्रत्याशियों का प्रचार बढ़िया चल रहा है। इस बार परिणाम अप्रत्याशित आने वाले हैं।
कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश
पायलट ने कहा कि कांग्रेस एक प्रमुख विपक्षी दल है। कांग्रेस के साथ जिस तरह का बर्ताव केंद्र का हो रहा है वह अब तक तय हो चुका है, कि भाजपा डरी हुई है। भारी मात्रा में पैसों को जब्त करना, 32 साल पुराने आयकर प्रकरण का कोई केस थमा देना, बहाने बाजी कर आर्थिक रूप से कांग्रेस पार्टी को एक प्लेयिंग फील्ड न देना, यह आचार संहिता के साथ नैतिकता का उल्लंघन है।
निर्वाचन से निवेदन है कि इस प्रकार की कार्रवाई पर रोक लगाई जानी चाहिये। इस तरह से काम करना और प्रतिशोध की भावना से काम करना लोकतंत्र को कमजोर करने के बराबर है। 10 साल से विपक्ष की जिम्मेदारी कांग्रेस निभा रही है। आज चुनाव का समय आया तब जानबूझकर बदले की भावना से कांग्रेस कमजोर करने का काम भाजपा कर रही है।