दुर्ग। जिले के पाटन क्षेत्र के ग्राम देमार स्थित दूध और पनीर की प्रोसेसिंग यूनिट में आज खाद्य विभाग की टीम ने दबिश देकर छापेमारी की कार्रवाई की है। बताया जाता है कि टीम को सूचना मिली थी कि फैक्ट्री में नकली दूध और पनीर बनाया जा रहा था। जिससे मौके पर पहुंची टीम ने बड़े पैमाने पर दूध, पनीर, दूध पाउडर, यूरिया, केमिकल और ऑयल जब्त किया है। वहीं सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कहीं है।बता दें कि ग्राम देमार में खाद्य विभाग को नकली दूध और नकली पनीर बनाने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर खाद विभाग, नायब तहसीलदार और स्थानीय पुलिस की मदद से फैक्ट्री में छापेमारी की गई। खाद्य विभाग की टीम जब प्रोसेसिंग यूनिट के गोदाम में पहुंची, तो यहां बोरियों में अलग-अलग ब्रांड के दूध पाउडर के सैकड़ों पैकेट मिले। इसके साथ ही यहां पर सैकड़ों टिन के डिब्बों में फूड ऑयल, यूरिया और केमिकल पाया गया। प्रोसेसिंग यूनिट के संचालक नावेद खान ने बताया कि वह दूध पाउडर सेल करते हैं, जो केमिकल और डिटर्जेंट मिला है, उससे प्रोसेसिंग यूनिट की सफाई की जाती है।
खाद्य विभाग की टीम ने पूरे स्टोर रूम को सील कर दिया है। वहीं फैक्ट्री संचालक नावेद खान ने कहा कि जो यूरिया स्टोर रूम में मिला है उसका इस्तेमाल वे अपने गार्डन और खेत में करते हैं। खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैंपल की जांच के बाद पता चलेगा कि दूध और पनीर में केमिकल और यूरिया मिला है या नहीं। फैक्ट्री में एसिटिक एसिड के कई गैलेन भी मिले हैं। गैलन में चेतावनी लिखी है कि इसका उपयोग ग्लव्स पहनकर ही करना है, नहीं तो ये स्किन बर्न कर सकता है। हालांकि फैक्ट्री संचालक का कहना है कि वह इसे मशीन की सफाई के लिए इस्तेमाल करता है। वहीं नायब तहसीलदार भूपेंद्र सिंह ने कहा कि खाद्य विभाग की टीम ने सैंपल ले लिया है। सैंपल फेल हुआ तो यूनिट संचालक के खिलाफ नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।