रायपुर/ महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री में असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती की जांच गड़बड़ी पर 4 जून के बाद यानी आचार संहिता हटने के बाद फैसला होगा। इसी मामले में पहले ही कुलपति डॉ. आरएस. कुरील को बर्खास्त किया जा चुका है। अब इस मामले में नियुक्ति पाने वाले 35 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नौकरी रहेगी या जाएगी, इसे लेकर संशय की स्थिति है।





मिली जानकारी के मुताबिक इस विवि की भर्ती शुरुआत से ही विवादों में रही। भर्ती में नियमों की अनदेखी की गई। मनमाने तरीके से भर्तियां की गई है। मामला राजभवन पहुंचने के बाद 3 कुलपतियों की जांच कमेटी बनाई गई। कमेटी को भर्ती प्रक्रिया में कई तरह की खामियां मिली।