कोटा/ विकास खण्ड के ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया और डायरिया के मरीज बड़ी संख्या में मिल रहे हैं। जिसे देखते हुए बिलासपुर कलेक्टर ने कोटा विकास खण्ड के प्रशासनिक अधिकारियों समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर जांच करने और दवाइयां वितरण करने और मच्छरदानी वितरण करने के निर्देश दिए थे।
- घर-घर जाकर किया गया निरीक्षण
- बिलासपुर कलेक्टर और अनुविभागीय अधिकारी कोटा के निर्देशानुसार तहसील बेलगहना से लेकर विहीन ग्राम मोहली के स्कूलपारा आमागोहन के बगधपरा ,दोमुहानी, छपरापारा में मलेरिया के सम्बंध में बेलगहना तहसीलदार ओपी चंद्रवंशी ने घर-घर जाकर निरीक्षण किया गया। जांच में राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायत विभाग, वन विभाग, शिक्षा विभाग, महिला और बाल विकास विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।
- जांच में मलेरियां के मरीज मिले
- ग्राम मोहली के स्कूलपारा, आमागोहन के बगधपरा, दोमुहानी, छपरापारा में आर डी किट से जांच की गई। लेकिन यहां मलेरियां के मरीज नहीं मिले, ग्राम आमागोहन के चांटीडाड में मलेरिया के 3 मरीज पॉजिटिव पाए गए, जिन्हें इलाज के लिए सिम्स बिलासपुर भेजा गया है।