बिलासपुर / बिलासपुर में पिछले दो दिन से बारिश के बाद मौसम में ठंडक बढ़ गई है। गुरुवार को पूरे दिन आसमान में बादलों का घेरा रहा, फिर शाम होते ही रिमझिम बरसात शुरू हो गई। इसके बाद देर रात तक रुक-रुककर बारिश होती रही। सावन में झड़ी लगने के बाद किसानों के चेहरों पर मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी बारिश होने की संभावना जताई है। साथ ही जिले को आरेंज अलर्ट पर रखा है। ऐसे में लगातार बारिश होने की उम्मीद बनी हुई है।
तीन दिन से गायब है धूप
मौसम वेधशाला के विज्ञानी डॉ. एचपी चंद्रा के मुताबिक एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण गंगेटिक पश्चिम बंगाल और उससे लगे बांग्लादेश के उपर स्थित है। यह 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
मानसून द्रोणिका माध्य समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, जयपुर, ग्वालियर, सीधी, रांची, कनिंग और उसके बाद पूर्व- दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
एक विंड शियर जोन 22 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव के चलते पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश की स्थिति बनी रही। इस बीच आसमान में बादलों का घेरा रहा। वहीं, तीन दिन से धूप गायब हो गया है।
बुधवार को हुई 42 मिलीमीटर बारिश
बुधवार को शहर में 42 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई। दिन भर झड़ी के कारण लोग घर और आफिस में दुबके रहे। गुरुवार की रात को भी फुहारें चलती रहीं। बारिश की वजह से तोरवा, सिरगिट्टी, मंगला, उसलापुर, सरकंडा, देवरीखुर्द और लालखदान इलाकों में जलभराव की समस्या भी बनी रही।