रायपुर/ राजधानी के करीब 50 हजार घर के दो लाख से ज्यादा लोगों को सोमवार की शाम से पानी नहीं मिला। 24 घंटे बाद मंगलवार शाम को नल खुला, लेकिन कहीं पंद्रह मिनट तो कहीं आधे घंटे पानी मिला। इसलिए लोगों को पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ा। निगम अफसरों का कहना है कि बुधवार सुबह नियमित समय पर नल खुलेगा।
हालांकि निगम के नलों से पानी की सप्लाई बंद होने पर मंगलवार की सुबह स्थिति बिगड़ी। निगम के अफसरों से लेकर महापौर और पार्षदों से लोगों ने शिकायत की, तब पता चला भाठागांव फिल्टर प्लांट पर पानी सप्लाई करने वाली मेन राइजिंग लाइन लीकेज हो गई थी। इस वजह से टंकी में सप्लाई करने वाला पानी बह गया। उसके बाद दिनभर लीकेज ठीक किया गया। इसमें शाम हो गई। इस वजह से मंगलवार शाम को भी लोगों को जरूरत के मुताबिक पानी नहीं मिला।
सोमवार रात में जब लोगों को पानी नहीं मिला तब, ज्यादा किसी ने ध्यान नहीं दिया। लोगों को यही लगा कि कोई तकनीकी कारण है। सुबह नल खुल जाएगा। मंगलवार की सुबह भी जब नल नहीं खुला। तब परेशान लोगों ने सुबह-सुबह ही पार्षदों से संपर्क करना शुरू किया।
ज्यादातर पार्षद भी इस बात से बेखबर थे। वे लोगों को जवाब नहीं दे सके। पार्षदों ने निगम अफसरों से बात की तब खुलासा हुआ कि भाठागांव में राइजिंग मेन लाइन लीक हो गई है। सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे से ही पाइप लाइन लीकेज हो गई थी। निगम कर्मचारियों ने लीकेज की मरम्मत शुरू कर दी थी। मरम्मत में पूरा दिन लग गया। इस वजह से शाम को पानी की सप्लाई नहीं की गई। उम्मीद थी कि मंगलवार को सुबह नल खुल जाएगा। सुबह भी नल नहीं खुला।
सीमेंट को सूखने में देरी हुई, इसलिए देरी : अफसरों ने बताया कि राइजिंग मेन लाइन सीमेंट की थी। लीकेज की मरम्मत करने के बाद उसे सीमेंटेड किया गया। सीमेंट को सूखने के लिए कम से कम आठ घंटे तक छोड़ना पड़ा। रात तक राइजिंग मेन लाइन से पानी नहीं छोड़ा जा सका। इस वजह से मंगलवार को सुबह भी नल नहीं खुला। सीमेंट सूखने के बाद पानी की सप्लाई शुरू की गई। इस दौरान भी साढ़े छह मीटर की टंकियां कहीं चार तो कहीं पांच मीटर ही भर पाईं। टंकियों में पूरी क्षमता तक पानी नहीं भरने के कारण शाम को 20 मिनट से लेकर आधे घंटे ही नल खुल पाया।