बिलासपुर/ बिलासपुर में ईद मिलादुन्नबी पर फिलिस्तीन का झंडा विवाद मामले में गिरफ्तार पांचों आरोपियों को जमानत दे दी गई। इससे पहले देर शाम रिहाई के लिए प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर चक्काजाम कर दिया। तब सिटी मजिस्ट्रेट दफ्तर पहुंचे और रात साढ़े 10 बजे सुनवाई के बाद बेल ऑर्डर जारी किया ।
झंडा विवाद पर सर्व दलीय मंच ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस प्रकरण को शहर की शांति भंग करने की साजिश बताया। गुरु घासीदास सेवादार संघ के संयोजक लखन सुबोध ने प्रशासन से कानून सम्मत कार्रवाई करने की अपील की है।
भाजपा-RSS नफरत फैला रही- लखन सुबोध
लखन सुबोध ने कहा भाजपा-आरएसएस लोगों के बीच नफरत फैलाकर राजनीतिक रोटी सेंकना चाहती है। फिलिस्तीन भारत का मित्र राष्ट्र है। वहां युद्ध में हज़ारों बच्चों की मौत हुई है। उस देश के झंडे को लेकर इस तरह से बर्ताव किया गया है, मानो वहां के लोग आतंकवादी हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसे नफरत भरे माहौल में हमारे बच्चे सुरक्षित रहेंगे। यह सब योजना के तहत किया जा रहा है।
वकील बोलीं- गायब हो गए थे सिटी मजिस्ट्रेट
संयुक्त नागरिक मंच कि ओर से AAP की प्रदेश उपाध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता ने बतौर वकील आरोपियों को जमानत देने के लिए पैरवी की। उन्होंने बताया कि मंगलवार की शाम को 25 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत दी गई थी, जिस पर उन्होंने 25 हजार रुपए का बांड भरा।
लेकिन, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्येक आरोपी पर 25 हजार बांड भरने को कहा, जिसके लिए उन्होंने समय मांगा। इस बीच सिटी मजिस्ट्रेट उठ कर चले गए, जिसके बाद बुधवार को वो दिन भर नहीं आए। जबकि, आरोपी पक्ष से परिजन, जमानतदार और वकील उनका इंतजार करते रहे।