बेंगलुरु/कहते हैं कि प्रतिभाएं किसी परिचय की मोहताज नहीं होती हैं जी हां मारवाड़ क्षेत्र में विषम परिस्थितियों में संघर्ष करने वाली प्रतिभाएं समूचे देश एवं समाज मे नाम रोशन कर रही है। राजस्थान के बालोतरा जिले के आसोतरा ग्राम निवासी व हाल ही में बेंगलुरु में रहने वाली टीशा शांडिल्य ने एम.बी.बी.एस. में अपनी जगह बनाई है। टीशा शांडिल्य पुत्री जगदीश शांडिल्य मूल निवासी आसोतरा मारवाड़ को बेंगलुरु के ईस्ट पॉइंट कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस एवं रीसर्च सेन्टर में एम.बी.बी.एस. में प्रवेश मिला है। शुरू से ही मेधावी छात्रा रही टीशा की सफलता पर परिवार सहित इनके पैतृक गांव में भी खुशी की लहर है।