बिलासपुर/ बिलासपुर में अमृत मिशन योजना की टेस्टिंग के बाद भी जगह-जगह लीकेज और पाइप टूटने का सिलसिला नहीं थम रहा है। शुक्रवार को शहर के व्यस्त इलाके शनिचरी बाजार में पाइप लाइन टूट गया, जिसके चलते बाजार लबालब हो गया। हजारों लीटर पानी बह गया। एक सप्ताह के भीतर यहां दूसरी बार पाइप लाइन टूट गया, जिसके चलते कई दुकानों में पानी घुस गया और व्यापारियों के साथ ही लोग परेशान होते रहे।
दरअसल, नगर निगम ने शहर में पाइप लाइन से पानी सप्लाई के लिए टेस्टिंग शुरू करने का दावा किया है। इसके तहत अमृत मिशन योजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन से पानी की सप्लाई की जा रही है। लेकिन, करीब साल भर का वक्त बीत जाने के बाद भी अब तक नगर निगम की टीम पूरी तरह से टेस्टिंग नहीं कर सका है। जिसके चलते पाइप लाइन के लीकेज का पता नहीं चलता। इस दौरान पाइप लाइन से लगातार पानी के रिसाव की वजह से सड़कें धंसने पर पाइप लाइन टूट रही है, जिसके चलते हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।
बिना बरसात के लबालब हुई सड़के।
शनिचरी बाजार में दूसरी बार हुई घटना शनिचरी बाजार स्थित बिलासा चौक के पास एक सप्ताह पहले ही पाइप लाइन में लिकेज हुआ था, जिसके चलते पाइप का पानी सड़कों पर आ गया। इस दौरान सड़क के ऊपर नाले की तरह पानी बहने लगा। वहीं, पानी आसपास की कई दुकानों में घुस गया।
नगर निगम ने पाइप लाइन के लीकेज को सुधार कर ठीक करने का दावा किया था। लेकिन, महज एक सप्ताह में फिर से दूसरी बार पाइप लाइन फट गया और फिर से पाइप का पानी सड़कों पर लबालब हो गया, जिसके बाद पानी कई दुकानों में घुस गया।
एक घंटे तक बहता रहा पानी, गायब रहा निगम का अमला नगर निगम ने अरपा पार सरकंडा से मेन पाइप लाइन को अरपा नदी पर बने पुराने पुल से होकर निकाला है। जिसके बाद शहर के अलग-अलग मोहल्लों में पाइप बिछाई गई है। शनिचरी बाजार के पास मेन पाइप लाइन में लीकेज की वजह से फौव्वारे की तरह पानी बहता रहा।
धीरे-धीरे कर पानी का बहाव तेज हो गया और फिर आसपास का इलाका नाले में तब्दील हो गया। इस दौरान करीब एक घंटे तक हजारों लीटर पानी बह गया। इसके बाद भी निगम का अमला गायब रहा।
दुकानों में घुसा का पानी, परेशान होते रहे व्यापारी।
अमृत मिशन योजना में लापरवाही, सड़कें हो रही खराब
बताया जा रहा है कि अमृत मिशन योजना के तहत बिछाई गई पाइप लाइन को सही तरीके से नहीं जोड़ा गया है। कही, वाल्ब नहीं लगा है, तो कहीं पाइप जोड़ना ही भूल गए हैं। ऐसे में पाइप लाइन में लीकेज हो रहा है, जो अंदर ही अंदर बहकर सड़क को खोखला कर रहा है। पानी के प्रेशर से कई जगह से सड़कें धंस गई है।
सड़कों पर बह गया हजारों लीटर पानी।
पांच साल पहले शुरू हुआ था काम, एक साल से चल रही टेस्टिंग छत्तीसगढ़ में सबसे पहले शुरू हुई अमृत मिशन योजना सबसे पीछे चल रही है। ठेका कंपनी इंडियन ह्यूम पाइप को सरकार ने खूंटाघाट से शहरवासियों को पानी सप्लाई के लिए 301 करोड़ का ठेका दिया था। अक्टूबर 2017 से कार्य शुरू कर सप्लाई 3 अप्रैल 2020 से शुरू की जानी थी, लेकिन यह 44 महीना लेट हो चुकी है।
अब फिर से कंपनी को 30 दिसंबर का अल्टीमेटम मिला है। पांच साल पहले शुरू हुई इस योजना को पूरा करने के लिए अफसरों से टारगेट मिलने के बाद मनमाने तरीके से काम किया जा रहा है। इसके साथ ही अमृत मिशन योजना का काम शहर में रुक रुक पिछले पांच साल से चल रहा है, जिसके कारण ठेका कर्मियों को भी यह पता नहीं है कि पाइपलाइन कहां बिछाई गई और उसमें वाल्व लगा है या नहीं। इसके चलते टेस्टिंग करने का दावा किया गया था। लेकिन, एक साल बाद भी निगम के अफसर पाइपलाइन की टेस्टिंग करने का दावा कर रहे हैं।