रायपुर। छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय ने बिलासपुर के रिवर व्यू पर बने श्री रामसेतु मार्ग का लोकार्पण किया। इस दौरान लेजर शो और आतिशबाजी के साथ ही विकास दीप महोत्सव का जश्न मनाया गया। इस मौके पर 10 हजार दीपक अरपा नदी में छोड़े गए। महोत्सव के लिए अरपा के दोनों पुलों को आकर्षक लाइट से सजाया गया था।
सीएम साय ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि, न्यायधानी बिलासपुर के विकास के लिए आज का दिन बड़ा महत्वपूर्ण है। जहां एक साथ कई विकास कार्यों की सौगात मिली है। इन सब कार्यों से शहर की अधोसंरचना को मजबूती मिलेगी, नागरिक सुविधाओं का विकास होगा। सीएम साय ने आगे कहा कि,
अरपा मइया केवल एक नदी नहीं है, बल्कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति की धारा इसमें बहती है। अरपा मइया के अस्तित्व को बचाए रखने के लिए हम संकल्पित हैं।
अरपा के उत्थान के लिए कई प्रोजेक्ट चल रहे
अरपा उत्थान और तट संवर्धन प्रोजेक्ट के तहत श्रीराम सेतु मार्ग का लोकार्पण किया गया है। इसके अलावा अरपा नदी के संवर्धन और उत्थान के लिए और भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं। नदी के दोनों किनारों पर इंदिरा सेतु से शनिचरी रपटा तक लगभग 2 किमी. की फोर लेन की सड़क बनाई जा रही है। नदी के किनारे नाला बनाया गया है। शहर के गंदे पानी को इस नाले के जरिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा, इससे नदी को प्रदूषित होने से बचाया जा सकेगा।
बिलासपुर में फिर शुरू होगा मल्हार महोत्सव
मुख्यमंत्री ने कहा कि, बिलासपुर छत्तीसगढ़ का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दिए लक्ष्य के अनुरूप विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में इस शहर को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक बड़ी घोषणा करते हुए मल्हार महोत्सव को बिलासपुर में फिर से शुरू करने और महोत्सव के लिए 20 लाख रुपए के बजट का प्रावधान किए जाने की बात कही है।
करोड़ों की लगत से बना है श्री रामसेतु मार्ग
अरपा उत्थान और तट संवर्धन प्रोजेक्ट के एक हिस्से के तहत अरपा नदी के दांयी तरफ की सड़क का नाम रामसेतु मार्ग रखा गया है। इसकी लागत 49 करोड़ 98 लाख रूपये है जिसमें फ़ुटपाथ, डिवाइडर, स्ट्रीट लाइट, रिटेनिंग वॉल और सौंदर्यीकरण कार्य शामिल है। इस सड़क के लोकार्पण से शहर का यातायात सुगम तरीके से संचालित हो सकेगा। इससे नेहरू चौक से शहर के व्यस्ततम गोल बाज़ार-सदर बाज़ार और शनिचरी बाज़ार की तरफ़ जाने के लिए शहरवासियों को एक व्यवस्थित वैकल्पिक मार्ग मिला है।