बिलासपुर/ बिलासपुर में स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में विद्यार्थियों ने धर्म की एकरूपता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर छात्राओं ने अलग-अलग धर्म और उनके त्योहारों पर लोकनृत्यों की शानदार प्रस्तुति देते हुए एकता में विविधता का रंग प्रदर्शित किया। वहीं, अतिथियों ने कहा कि कि वर्तमान समय में बच्चों को पढ़ाई के साथ सांस्कारिक शिक्षा देना भी जरूरी है।
स्कूली बच्चों ने मनमोहक नृत्यों की दी प्रस्तुति।
दरअसल, शहर के लालखदान स्थित होलीक्रास स्कूल के वार्षिकोत्सव पर इंटर-रिलिजियस फेस्टिव इवेंट का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोगों को बुलाया गया था। स्कूल की प्राचार्य क्लेरिटा डिमेलो ने कहा कि कार्यक्रम में सभी धर्मों के प्रतिनिधि को आमंत्रित करने का उद्देश्य है कि सभी आपसी भेदभाव को दूर कर बच्चों को सर्वधर्म समभाव से प्ररित करें और भाई चारे को बढ़ावा मिले।
छात्राओं ने विविध धर्म से प्रेरित लोकनृत्यों की प्रस्तुति
धर्म और आस्था किसी भी समाज की नींव होते हैं। यह विभिन्न समुदायों को उनके सांस्कृतिक और आध्यात्मिक स्वरूप में जोड़ते हैं। इसी उद्देश्य को लेकर स्कूली बच्चों ने अलग-अलग धर्म पर आधारित धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को लोकनृत्यों के माध्यम से प्रस्तुत किया।
अतिथियों ने कहा- सभी धर्मों का एक उद्देश्य है मानव कल्याण
इस आयोजन में उपस्थिति अतिथियों ने कहा कि इंटर रिलिजियस इवेंट सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा प्रयास है, जो समाज में शांति, सौहार्द और एकता की भावना को मजबूत करता है। “सभी धर्मों का सार प्रेम, सेवा और भाईचारा है। यही संदेश हमें एक बेहतर समाज की ओर ले जाता है।
कार्यक्रम में मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, मेयर रामशरण यादव, प्रजापिता ब्रम्हकुमारी की सेंटर इंचार्ज बीके लता, डा. रश्मि जैन बुधिया, एडिशनल एसपी सिटी राजेंद्र जायसवाल, भाजपा नेता बीपी सिंह, पार्षद परदेशी बाबू, प्रेस क्लब अध्यक्ष इरशाद अली सहित अन्य मौजूद रहे।