मुंगेली में कांग्रेस के अंदर पहले रार अब इस्तीफे की बौछार…

  • दो दशकों तक नगर पालिका की कमान संभालने के बाद अनिल सोनी का रिटायरमेंट क्यों?
  • नगर पालिका चुनाव से पहले कैसे उभरेगी पार्टी

रायपुर/मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में कांग्रेस के अंदर पहले रार अब इस्तीफे की बौछार शुरू हो गई है। डेढ़ साल से जिला कांग्रेस अध्यक्ष विहीन इस जिले में शहर कांग्रेस की निष्क्रियता जगजाहिर रही है। ऐसे में अब टिकट वितरण को लेकर भर्राशाही और उपेक्षा को लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पर भयंकर आक्रोश की स्थिति बनने लगी है। पार्षदों की सूची आने के बाद दावेदार, संगठन पदाधिकारी सहित कार्यकर्ताओं का त्यागपत्र देकर पार्टी से अलग होकर चुनाव में काम करने व विपरीत परिणाम लाने की रणनीति बनाने लगी है।

छत्तीसगढ़ में भाजपा की‌ सत्ता आते जिलाध्यक्ष विहीन मुंगेली में कांग्रेस संगठन अथवा कार्यकर्ताओ की उपस्थिति अथवा सक्रियता नही देखने मिली। शहर कांग्रेस कमेटी में भी जयन्ती,पुण्यतिथि में माला पहना औपचारिक रस्म अदायगी ही की जाती रही। मगर अब तो अचानक दिल्ली से गांव खेड़े के एक कार्यकर्ता की ताजपोशी सीधे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महामंत्री कैसी वेणुगोपाल ने कर दी। अब ऐसे में एक दर्जन से अधिक अनुभवी, प्रभावी वरिष्ठ कांग्रेस जिला अध्यक्ष का पद संभालने अथवा कोई भी चुनाव में जी जान से मेहनत कर कांग्रेस के पक्ष में माहौल की स्थिति अब नही दिख रही है। आज इस्तीफा की हो रही बौछार के बाद मुंगेली नगर पालिका का सम्पूर्ण चुनाव भाजपा के पक्ष में एकतरफा होता दिख रहा है।

दो दशकों तक नगर पालिका की कमान संभालने के बाद अनिल सोनी का रिटायरमेंट क्यों?

कहा जाता है राजनीति में कोई रिटायरमेंट नही अथवा एक उम्र विशेष में चले जाने के बावजूद पदधारी से पार्टी को अथवा पार्टी को उस व्यक्तित्त्व से एक विशेष महत्वाकांक्षा देखने मिलती है जिस प्रकार देश के प्रधानमंत्री मंत्री 75 पार के बावजूद आज अनेक कारणों से शीर्ष पद पर है उसी प्रकार 98 से लगातार 2022 तक मुंगेली नगर पालिका में एक क्षत्र राज करने वाले आमजनमानस की आवाज बन चुके अनिल सोनी ने रिटायरमेंट के हवाले से कांग्रेस पार्टी से टिकट ही नही मांगा,मगर आज के बदलते हालात अथवा भाजपा शासन में अनिल सोनी के लंबे समय नगर पालिका के पद लाभ लेने पार्टी प्रदेश नेतृत्व अथवा किसी बड़े नेता ने जरूरत नही समझी। इसके अलावा कांग्रेस नेता अनिल सोनी के रिटायरमेंट के पीछे उनको राज्य में कांग्रेस की सरकार होने पर भी संगठन अथवा सत्ता में कभी महत्व नही दिया जाना ये उनके सम्मान के विपरीत रहा हो बहरहाल वर्तमान में 20 वर्षों से नगर पालिका की राजनीति में कांग्रेस के साथ एकतरफा चले नाम अनिल सोनी का रिटायरमेंट अंदाज में होने से भी कांग्रेस पार्टी को नगर पालिका क्षेत्र के चुनाव नुकसान झेलना पड़ सकता हैं।

-हेमेंद्र से बनता रहा मुंगेली में कार्यकर्ताओं में सक्रियता का माहौल

बता दे मुंगेली जिले लंबे समय से बड़े चुनाव के दौरान अथवा कांग्रेस के बड़े कार्यक्रमो में जिले के सभी कांग्रेस कार्यक्रमो में साधन,संसाधन अथवा उत्साह बनाने के लिए हेमेंद्र गोस्वामी व उनकी निजी टीम मैनेज कर अच्छा माहौल बना प्रोग्राम सफल करने में सफल रही मगर नगर पालिका अध्यक्ष पद जाने अथवा ग्रहण लगने के बाद उनकी उपस्थिति कमजोर हो गई जिससे अब जिले के कांग्रेस पार्टी के भीतर किसी भी कार्यक्रम को सफल बनाने वैसा माहौल नही देखा जा रहा।

छत्तीसगढ़ के मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र में पार्षदों के टिकट वितरण के बाद आज लगातार इस्तीफे के इस सिलसिले से कांग्रेस पार्टी को नगर पालिका चुनाव में सीधा नुकसान झेलना पढे़गा। शहर कांग्रेस के नेतृत्व में हुए टिकट वितरण में भयंकर असंतोष के बाद मुंगेली में कांग्रेस अंदर से बिखर रही है।

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