बिलासपुर : आज उन्नत शिक्षा अध्ययन संस्थान में वार्षिकोत्सव सत्र 2024-25 का भव्य उद्घाटन समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कलेक्टर श्री अवनीश शरण एवं विशिष्ट अतिथि संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग श्री रामायण आदित्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मशाल प्रज्वलन, धावक परिक्रमा एवं मशाल स्थापना के साथ हुई, जिसे बीएड प्रशिक्षार्थी रुक्मणी पैकरा एवं चंद्रशेखर सिंह ने संपन्न किया। इसके पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्य श्रीमती मीता मुखर्जी सहित प्रशिक्षार्थियों एवं आचार्यों द्वारा मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों का पुष्पगुच्छ एवं प्रतीक पुष्प से अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में संस्थान के प्रशिक्षार्थियों ने मास्टर आफ सेरेमनी करीम खान के नेतृत्व में भव्य मार्च पास्ट प्रस्तुत किया, जिसके उपरांत स्वागत गीत और विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समां बांधा। आकर्षण का केंद्र बस्तरिहा नृत्य “दादर के कहवा” तथा बिहु नृत्य रहा, जिसमें प्रशिक्षार्थियों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महाविद्यालय की गतिविधियों एवं उपलब्धियों का प्रतिवेदन प्राचार्य प्रो. मीता मुखर्जी द्वारा प्रस्तुत किया गया, जबकि प्रशिक्षार्थी प्रतिनिधि ऋषभ निषाद एवं छात्रावास प्रतिनिधि युवनाश यादव ने समस्या एवं आवश्यकता से संबंधित मांगपत्र का वाचन किया एवं मांग पत्र सौपा। विशिष्ट अति श्री रामायण आदित्य ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को शिक्षा एवं नैतिक मूल्यों की महत्ता पर बल देते हुए प्रेरणादायी विचार साझा किया। तथा इस अवसर पर कलेक्टर श्री शरण ने प्रशिक्षार्थियों के मांगपत्र पर शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया एवं प्रशिक्षार्थियों द्वारा किये गये शानदार मार्च-पास्ट एवं बैंड वादन की खूब तारीफ की। कलेक्टर ने प्रशिक्षार्थियों को अपने उद्बोधन से प्रेरित करते हुए अनुशासनबद्ध तरीके से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
उन्होंने कहा कि बेहतर समाज निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है क्योंकि वे आने वाली पीढ़ियों को तैयार करते हैं। उद्बोधन के पश्चात् कलेक्टर महोदय ने उद्घाटन की विधिवत घोषणा की एवं ध्वजोतोलन के पश्चात रंग-बिरंगे गुब्बारे उड़ाकर समारोह का शुभारंभ किया।
अतिथियों के समक्ष खेलकूद प्रतियोगिताओं में 100 मीटर दौड़ (महिला एवं पुरुष) के फाइनल मुकाबले हुए, जिसमें महिला वर्ग में सबसे तेज दौड़ते हुए मधुरम की भारती ने प्रथम स्थान प्राप्त किया एवं सत्यम की ज्ञानदेवी द्वितीय तथा सुंदरम की नैनसी टोप्पो तृतीय स्थान पर रहीं। वहीं पुरुष वर्ग में प्रथम दिग्विजय सिंह, द्वितीय डमरूधर एवं तृतीय हितेश विश्वकर्मा रहें।विजेताओं को मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि द्वारा विक्ट्री स्टेंड पर क्राऊन एवं बुके से सम्मानित किया गया। प्रथम सत्र के कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य द्वारा मुख्य एवं विशिष्ट अतिथियों को प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए, जिसके बाद सहायक प्राध्यापक डॉ. बी. व्ही. रमणा राव द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन सहायक प्राध्यापक डॉ. संजय मनोहर आयदे ने किया संपूर्ण आयोजन उत्साह, ऊर्जा एवं शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रतीक रहा, जिसमें महाविद्यालय के आचार्य वृंद, कार्यालयीन स्टाफ एवं प्रशिक्षार्थियों ने सक्रिय सहभागिता निभाई। आज के द्वितीय सोपान में गोला एवं तवा फेंक की प्रतियोगिता संपन्न हुई।जिसमें गोला फेंक महिला वर्ग में प्रथम स्थान संध्या तिवारी, द्वितीय रेखा एवं तृतीय स्थान पर अणिमा रही , वहीं पुरुष वर्ग में मुकेश वारे, शशिकांत धनकर एवं संदीप भगत ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया।तो वहीं तवा फेंक महिला वर्ग में रूकमणी पैंकरा प्रथम, द्वितीय नैनसी टोप्पो एवं तृतीय प्रीति सिंह रही। तथा पुरुष वर्ग में रोशन पटेल, पृथ्वीराज सिंह एवं गजेन्द्र सिंह ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया। आज के समस्त व्यक्तिगत खेल में अमित तिवारी, सुनील राव, सुभाष त्रिपाठी, राकेश बाटवे, स्वर्णिम शुक्ला, अमृता मिश्रा एवं खेल समन्वयक करीम खान ने निर्णायक की भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में विशेष रूप से खेल विभूति श्री आर बी कैवर्त, सेवानिवृत्त आचार्य डॉ उल्लास वारे, डॉ डी के जैन, डॉ उषामणि, बी टी आई प्राचार्य अहर्निश पॉल सहित संस्था की प्राचार्य प्रो.श्रीमती मीता मुखर्जी, डॉ. बी.व्ही रमणाराव, श्रीमती अंजना अग्रवाल, डॉ. छाया शर्मा, श्रीमती मनीषा वर्मा, एन.एम. रिजवी, डॉ. रीमा शर्मा, डॉ. संजय आयदे, श्रीमती प्रीति तिवारी, सौरभ सक्सेना, डॉ. नीला चौधरी, डॉ.सलीम जावेद, डॉ.विद्याभूषण शर्मा, श्रीमती राजकुमारी महेन्द्र, डॉ.गीता जायसवाल, पवन कुमार पाण्डेय, डॉ. वंदना रोहिल्ला, श्रीमती रश्मि पाण्डेय, श्रीमती सोनल जैन, सुश्री आशा बनाफर, दुष्यंत चतुर्वेदी, श्रीमती निधि शर्मा, श्रीमती संतोषी फर्वी, ए.के.भास्कर, कमल कुमार देवांगन, श्रीमती भगवती कश्यप, श्रीमती गीतू गुरूद्वान, राघवेन्द्र अधिकारी, सुखनंदन लाल साहू, जयेन्द्र कुमार मिरे, मुरारी लाल यादव, रईस खान, अभिनव, किशोर, पूनम एवं खिलेन्द्र आदि आचार्यवृंद कार्यालयीन स्टाफ एवं बी एड तथा एम एड के प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहें।