बिलासपुर: पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने प्रेस वार्ता में कांग्रेस नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में नगर निगम की जमीन नहीं बिकी, लेकिन कांग्रेस सरकार के दौरान नेताओं ने निगम की संपत्ति बेचकर खुद ही खरीद ली और करोड़ों का लाभ कमा लिया।





अमर अग्रवाल ने कहा, “अब वे मेरे पास गिड़गिड़ा रहे हैं, लेकिन मैंने उन्हें भगा दिया। जब खरीदते समय मुझसे नहीं पूछा, तो अब मैं उनकी मदद क्यों करूं? कांग्रेसियों ने पांच साल में नगर निगम की संपत्ति बेची, खाई और चोरी-छिपे दूसरे नाम से खुद ही खरीद ली। जब मुझे पता चला, तो मैंने बुलडोजर चलवाया और जमीन निरस्त करने शासन को भेजा। यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।”
पूर्व मंत्री ने चेतावनी दी कि जैसे ही भाजपा का महापौर नगर निगम में बैठेगा, सभी भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों को जेल की हवा खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में महापौर, पार्षद, कमिश्नर – सभी जिम्मेदार लोग जेल जाएंगे, जैसे पिछली सरकार के भ्रष्ट नेता और अधिकारी जेल गए।
अमर अग्रवाल ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के दौरान 76 लाख रुपये की एफडीआर निकालकर हड़प ली गई। उन्होंने कहा, “जैसे ही भाजपा का महापौर बनेगा, कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा।”
एल. पदमजा के जाति प्रमाण पत्र विवाद पर पूर्व मंत्री ने कहा कि कोर्ट इसकी जांच करेगा। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर किसी को जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा है, तो वह आरटीआई के माध्यम से प्राप्त कर सकता है।
अमर अग्रवाल ने दावा किया कि उन्होंने SBR कॉलेज की जमीन को सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़कर सफेदपोशों से बचाया है। उन्होंने कहा कि अपने वादे का आधा काम पूरा कर चुके हैं और शेष कार्य आने वाले समय में करेंगे।