मुंगेली। जिला कांग्रेस कमेटी के सीधे हाईकमान दिल्ली से अपॉइंटेड पैराशूट जिला अध्यक्ष घनश्याम वर्मा को लेकर डीसीसी कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। कांग्रेस के कई जूझारू कार्यकर्ता नगरीय निकाय और पंचायत में चुनाव लड़े रहें हैं मगर उससे ज्यादा उन पार्टी के उन बागियों की चर्चा हो रही है जो अभी तक कांग्रेसी बने हुए हैं।
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वैसे भी मुंगेली जिला फूल छाप कांग्रेसियों के लिए एकदम मुंसिफ़ जगह है जहां..जहां पार्टी का मतलब मलाई खाना भर रह गया है। कार्यकर्ता में चर्चा है कि पैराशूटर जिला अध्यक्ष घनश्याम वर्मा को अपनी चिंता है..वो पार्टी में बागियों के लिए दूधभात वाली नीति चला रहे हैं।
खबर लिखे जाने तक मुंगेली जिले में कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने वाले किसी भी बागी प्रत्याशी के विरूद्ध निष्कासन,निलंबन अथवा कारण बताओ नोटिस जारी नहीं किया गया है। मुंगेली जिले में आधा दर्जन से अधिक अभ्यर्थियों द्वारा कांग्रेस में अपना आवेदन देने के बाद टिकट से वंचित होने पर नगर पालिका के चुनाव व पंचायतों में बागी होकर चुनाव लड़ रहे हैं बावजूद जिला कांग्रेस कमेटी मूकदर्शक बनी हुई है।
बता दें मुंगेली नगर पालिका में अध्यक्ष के लिए निर्दलीय व पार्षद के लिए भी बगावत कर निर्दलीय अथवा भाजपा से चुनाव लड़ा जा रहा है,बावजूद उस अभ्यर्थियों अथवा उनके परिवार के सदस्यों जो कांग्रेस पार्टी में पदाधिकारी रहे,उनके उपर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
जिला पंचायत क्षेत्र में भी कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस ने जिसे अधिकृत किया वो उम्मीदवार चुनाव मैदान में ही नहीं है और कुछ निर्वाचन क्षेत्र जहां कांग्रेस पार्टी ने मुक्त रखने के निर्णय के बाद किसी एक का नाम बाद में प्रस्ताव बनाकर लेटरपेड में वायरल कर दिया गया जिससे पार्टी की छवि आमजनमानस में खराब हो रही है बावजूद जिला कांग्रेस अध्यक्ष घनश्याम वर्मा अब तक कुम्भकर्णीय नींद में सोये हुए हैं।