बिलासपुर- विधानसभा में जारी बजट सत्र में बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने उद्योगों से होने वाले प्रदूषण,रजिस्ट्री,कृषि अनुदान और उद्यानिकी विभाग के में मिले राशि को लेकर आदिमजाति मंत्री श्री रामविचार नेताम और वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी से सवाल पूछा,जिस पर मंत्रियों ने जवाब दिया।





बेलतरा विधायक सुशांत ने आदिमजाति कल्याण और कृषि मंत्री रामविचार नेताम से पूछा की वित्तीय वर्ष 2024-25 में अनुदान योजना अंतर्गत बेलतरा विधानसभा क्षेत्रांतर्गत विकासखंडवार कितने कृषकों ने आवेदन प्रस्तुत किया,साथ ही कितने कृषक पात्र और अपात्र है और पात्र कृषकों में से कितने को ट्रैक्टर किस दर पर प्रदाय किया गया, प्रति ट्रेक्टर अनुदान / छूट और शेष पात्र आवेदनकर्ता कृषकों को कब तक ट्रैक्टर प्रदान कर दिया जायेगा।
जिस पर जवाब देते हुए मंत्री रामविचार नेताम ने बताया की बेलतरा विधान सभा क्षेत्र से संबंधित विकासखंडों (बिल्हा, कोटा एवं मस्तूरी) में चैम्प्स प्रणाली के माध्यम से क्रियान्वित योजना के तहत अनुदान हेतु वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 1633 कृषकों के आवेदन प्राप्त हुये, जिसमें सभी पात्र है,पात्र कृषकों को अनुदान और छूट दिया जा रहा है,पात्र कृषकों में से 276 कृषकों ने ट्रैक्टर के लिए आवेदन दिया है,जिसमें 41 ट्रैक्टर प्रदान कर दिया गया है शेष को प्रदान करने की प्रक्रिया जारी है।
इसके अलावा उद्यानिकी विभाग में 2021 से जनवरी, 2025 तक बिलासपुर जिले में उद्यानिकी विभाग को किन-किन विभागों से किस. किस योजना अंतर्गत कितनी-कितनी राशि प्राप्त हुई और उनका उपयोग किस कार्यों के लिए किया गया है,इसके अलावा मशीनरी की खरीदी और रख-रखाव के संबध में सवाल पूछा। जिस पर जवाब देते हुए कृषि एवं उद्यानिकी मंत्री श्री रामविचार नेताम ने बताया की बिलासपुर जिले में वर्ष 2021 से जनवरी, 2025 तक उद्यानिकी विभाग को विभागीय योजअन्तर्गत राशि रु. 2042.56 लाख एवं जिला खनिज न्यास निधि मद से राशि रु. 410.37 लाख, इस प्रकार कुल राशि रु. 2452.93 लाख का आबंटन प्राप्त हुआ है।बेलतरा विधायक ने पूछा की बिलासपुर जिले में ऐसे कितने स्थापित उद्योग / संयंत्रों ने उद्योगों से होने वाले वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए विशेष यंत्र लगाये हैं तथा उससे वायु प्रदूषण में कितने प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। जिस पर जवाब देते हुए मंत्री ओपी चौधरी ने बताया की जिला बिलासपुर में वायु प्रदूषणकारी प्रकृति के कुल 13 संयंत्र स्थापित एवं संचालित है। इन संयंत्रों से उत्सर्जित दूषित हवा से वायु प्रदूषण की रोकथाम हेतु ई.एस.पी. एवं बैग फिल्टर स्थापित गये है। ई.एस.पी. की दक्षता सामान्यतः 99 से 99.90 तक तथा बैग फिल्टर की दक्षता सामान्यतः 95 से 99 प्रतिशत तक होती है।