रायपुर। डेढ़ साल के दरमियान विष्णु के सुशासन के दृष्टिगत भूपेश सरकार के अधिकांश कलेक्टर,जॉइंट कलेक्टर, अपर कलेक्टरों का उनके सर्विस रिकॉर्ड और अन्य शिकायतों के बाद स्थानांतरण किया गया। निःसंदेह स्थानांतरण से प्रशानिक कसावट भी होती है कुछ अधिकारियों पर कार्यवाही से सुशासन के लिए अधिकारियों पर भय भी बना रहता है।





मगर अभी भी भूपेश सरकार के समय मलाईदार जगह में पदस्थ रहे अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई जबकि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के कार्यवाही के लिए विधानसभा में भी मामला उठा था।
चर्चा यह थी है कि सीएम हाउस के आसपास तफरी कर रहे कुछ अधिकारियों पर अभी भी कार्यवाही नहीं हुई ना ही उनका जिला बदला गया और ना ही उनके विरुद्ध कोई बड़ी कार्यवाही देखने को मिली।
भूपेश राज में जॉइंट कलेक्टर स्तर के अधिकारियों द्वारा कुछ मलाईदार जिलों में पदस्थापना के बाद दो तीन अन्य विभागों का प्रभार रखा गया। ऐसे अधिकारियों द्वारा अपने प्रभार के दौरान करोड़ों की निविदा प्रक्रिया की गई।
प्रभार वाले अधिकारियों द्वारा लंबे चौड़े निविदा कराने और उसमें भ्रष्टाचार की शिकायत आज भी लंबित है। भूपेश के बाद अब विष्णुदेव साय के डेढ़ वर्षों बावजूद ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्यवाही का इंतजार है।
सरकार के सुशासन में कुछ अधिकारियों के कार्यवाही,ट्रांसफर का अब भी लोगों को इंतजार है।
अधिकारियों के भ्रष्टाचार एवं शिकायतों की विस्तृत जानकारी शीघ्र हम अपने न्यूज पोर्टल के माध्यम से सरे बाजार करेंगे।