केंद्रीय गृह मंत्री शाह के आगमन की तैयारियों के बीच कोरबा शहर के कोल दफ्तर में फायरिंग …2 गिरफ्तार

रंगदारी नहीं देने पर कोरबा RKTC दफ्तर में फायरिंग

कोरबा। झारखंड के गैंग ने RKTC कोल कंपनी के दफ्तर में गोलीबारी की थी। पुलिस ने इस मामले में झारखंड के हजारीबाग से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों गुर्गे कुख्यात अमन सिंह गैंग से जुड़े हैं। दरअसल पिछले साल 30 सितंबर को आरकेटीसी कोल कंपनी के ट्रांसपोर्ट नगर कोरबा स्थित कार्यालय में फायरिंग हुई थी। इस दौरान आरकेटीसी कंपनी द्वारा झारखंड राज्य के आम्रपाली शिवपुर कोल साइडिंग में चल रहे कोयला खनन के एवज में रंगदारी मांगा गया गया था। कोरबा पुलिस द्वारा 2 आरोपियों को झारखंड से गिरफ्तार कर कोरबा लाया गया है। आरोपीगण झारखंड के अमन साहू गैंग से जुड़े हुए हैं। अमन साहू वर्तमान में केंद्रीय जेल हजारीबाग में बंद है।

मालूम हो पिछले साल 30 सितंबर की शाम 6 बजे टीपी नगर कोरबा स्थित आरकेटीसी कंपनी के कार्यालय में मोटरसाइकिल सवार ने पिस्टल से एक राउंड फायरिंग की थी और रंगदारी मांगने का पर्चा फेंककर फरार हो गया था। पर्चे में लिखा हुआ था कि झारखंड राज्य के आम्रपाली शिवपुर कोल साइडिंग में चल रहे कोयला उत्खनन कार्य में आरकेटीसी कंपनी के द्वारा अमन साहू को मैनेज नहीं किया गया है। मैनेज नहीं करने पर ऐसी और घटनाएं करने की धमकी भी दी थी। घटना के कुछ देर बाद अमन साहू गैंग के मयंक सिंह नामक व्यक्ति के द्वारा आरकेटीसी कंपनी के मालिक सुशील सिंघल को इंटरनेशनल मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप काल कर रंगदारी टैक्स की मांग की गई थी। उपरोक्त घटना पर सीएसईबी चौकी कोरबा में अपराध क्रमांक 918/2022 धारा 307,385,506 बी भादवि, 25, 27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना किया जा रहा था ।

घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक कोरबा संतोष सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा एवं तत्कालीन नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा योगेश साहू दल बल के साथ घटनास्थल का मुआयना कर आरोपीगण के गिरफ्तारी हेतु अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। टीम अज्ञात आरोपी की तलाश हेतु सभी पहलुओं पर लगातार कार्य कर रही थी , शहर में लगे हुए सीसीटीवी कैमरो से पाया गया था कि एक अज्ञात आरोपी बिना नंबर के स्प्लेंडर मोटरसाइकिल में बालकोनगर– आईटीआई चौक रामपुर से होकर टीपीनगर चौक की ओर आया था जो हेलमेट पहना हुआ था , वारदात के बाद उसी रास्ते वापस भागा है , इस आधार पर आरोपी के तार झारखंड से जुड़े होने एवं सरगुजा , जशपुर , रायगढ़ का आरोपी होने के संभावना पर इस इलाके में सूचना तंत्र एवम मुखबिरों के माध्यम से लगातार पतासाजी किया जा रहा था , सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों में मिले फुटेज से स्पष्ट हो रहा था कि आरोपी धर्मजयगढ़ की ओर से आया है , किंतु हेलमेट पहने होने व मोटरसाइकिल में रजिस्ट्रेशन नंबर न होने के कारण आरोपी की पहचान नही हो पा रही थी ।

अमन साहू का गैंग झारखंड राज्य में काफी सक्रिय है अमन साहू गैंग के विरुद्ध सैकड़ों मामले दर्ज हैं , कोरबा में घटित घटना के बारे में हजारीबाग एटीएस के अधिकारियों से लगातार बातचीत की जा रही थी , कोरबा पुलिस की एक टीम को हजारीबाग भेजकर सूचनाओं का आदान प्रदान किया गया था। विवेचना के दौरान कोरबा पुलिस को एक संदिग्ध मोबाइल नंबर का पता चला जिसके बारे में हजारीबाग एटीएस को सूचनाएं साझा की गई, हजारीबाग एटीएस एवम थाना कोर्रा पुलिस के द्वारा उक्त मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपी नितेश शील उर्फ मेजर सिंह एवं अभिनव तिवारी उर्फ सुशांत तिवारी को पकड़ा गया ,जिनसे पूछताछ करने पर आरोपीगण ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया ।

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