गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को पद्म पुरस्कारों का एलान कर दिया गया है। इसके तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किए जाने वाली हस्तियों के नामों का एलान किया गया। इपद्मश्री1. पारबती बरुआ (सामाज सेवा, असम, उम्र- 67 साल)- भारत की पहली महिला हाथी महावत, जिन्होंने रूढ़िवादिता से उबरने के लिए 14 साल की उम्र में जंगली हाथियों को वश में करना शुरू किया था। उन्हें सामाजिक कार्य (पशु कल्याण) के क्षेत्र में पद्म श्री के लिए चुना गया है।
3. चामी मुर्मू (सामाजिक कार्य, झारखंड, उम्र- 52 साल)- सरायकेला खरसावां की आदिवासी पर्यावरणविद् और महिला सशक्तिकरण चैंपियन चामी मुर्मू को सामाजिक कार्य (पर्यावरण वनीकरण) के क्षेत्र में पद्म श्री दिया जाएगा।4. गुरविंदर सिंह (सामाजिक कार्य, हरियाणा, उम्र- 53 साल)- बेघर, निराश्रितों, महिलाओं, अनाथों और दिव्यांगजनों की भलाई के लिए काम करने वाले सिरसा के दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह को सामाजिक कार्य (दिव्यांगजन) के क्षेत्र में पद्मश्री प्राप्त होगा।5. सत्यनारायण बेलेरी (अन्य, केरल, उम्र-50 साल)- कासरगोड के चावल किसान सत्यनारायण बेलेरी को अन्य (कृषि अनाज चावल) के क्षेत्र में पद्म श्री के लिए चुना गया। उन्होंने 650 से अधिक पारंपरिक चावल किस्मों को संरक्षित करके धान की फसलों के संरक्षक के रूप में सामने आए।6. दुखू माझी (सामाजिक कार्य, पश्चिम बंगाल, उम्र- 78 साल)- पुरुलिया के सिंदरी गांव के आदिवासी पर्यावरणविद् दुखू माझी को सामाजिक कार्य (पर्यावरण वनीकरण) के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा। उन्होंने हर दिन अपनी साइकिल पर नए गंतव्यों की यात्रा करते हुए बंजर भूमि पर 5,000 से अधिक बरगद, आम और ब्लैकबेरी के पेड़ लगाए।7. के चेल्लम्मल (अन्य, अंडमान व निकोबार, उम्र- 69 साल)- दक्षिण अंडमान के जैविक किसान के. चेल्लम्मल (नारियल अम्मा) को अन्य (कृषि जैविक) के क्षेत्र में पद्मश्री मिला। उन्होंने 10 एकड़ का जैविक फार्म सफलतापूर्वक विकसित किया।8. संगथंकिमा (सामाजिक कार्य, मिजोरम, उम्र- 63 साल)- मिजोरम के सबसे बड़े अनाथालय ‘थुतक नुनपुइटु टीम’ चलाने वाले आइजोल के एक सामाजिक कार्यकर्ता संगथंकिमा को सामाजिक कार्य (बाल) के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा।9. हेमचंद मांझी (चिकित्सा, छत्तीसगढ़, उम्र- 70 साल)- नारायणपुर के पारंपरिक औषधीय चिकित्सक हेमचंद मांझी को चिकित्सा (आयुष पारंपरिक चिकित्सा) के क्षेत्र में पद्मश्री दिया जाएगा। उन्होंने पांच दशकों से अधिक समय से ग्रामीणों को सस्ती स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने 15 साल की उम्र से जरूरतमंदों की सेवा शुरू कर दी थी।10- यानुंग जमोह लेगो, 58 साल, अरुणाचल प्रदेश (एग्रीकल्चर)11- सोमन्ना, 66 वर्ष, कर्नाटक, सोशल वर्क (आदिवासी)12- सर्वेश्वर बासुमेतेरी, 61 वर्ष, असम, (एग्रीकल्चर)13- प्रेमा धनराज, 72, कर्नाटक (मेडिसिन)14- उदय विश्वनाथ देश पांडेय, 70 वर्ष, महाराष्ट्र (मलखंभ कोच)15- याज्की मॉनेकशॉ इटालिया, 72 वर्ष, गुजरात (Indigenous-Sickle Cell)16- शांति देवी पासवान और शिवान पासवान, मधुबनी बिहार (पेंटिंंग)17- रतन कहार, 88 वर्ष, पश्चिम बंगाल, कला (लोकगीत गायन)18- अशोक कुमार बिस्वास, 67 वर्ष, बिहार (पेंटिंंग)19- बालाकृष्णा सदानाम पुथिया वीतिल, 79 वर्ष, केरल, आर्ट, ( कथककली)पिछले साल 106 पद्म पुरस्कारों का हुआ था एलान