रायपुर/ ‘ब्लास्ट फैक्ट्री हादसे में मेरे छोटे बेटे राम किशुन ध्रुव उर्फ राजू की मौत हुई है। हादसा हुए 30 दिन से ज्यादा हो गया, लेकिन अब तक मेरे बेटे के पार्थिव शरीर के अवशेष मुझे नहीं मिले हैं। मैं अपने बेटे का विधिवत अंतिम संस्कार नहीं कर पाया हूं।’
‘मृत बेटे की आत्मा ना भटके, इसलिए ब्राह्मण और ग्रामीणों के कहने पर मिट्टी का पुतला बनाकर उसका अंतिम संस्कार किया है। राख इकट्ठा कर कलश में रखी है और घर में दीपक जला रहे है। प्रशासन जब बेटे के पार्थिव शरीर का अवशेष देगा तो उसे कलश में डालकर नदी में प्रवाहित करेंगे।’
ये कहना है छत्तीसगढ़ के बेमेतरा स्थित स्पेशल ब्लास्ट फैक्ट्री हादसे में मारे गए राम किशुन के पिता राजकुमार ध्रुव का। बेटे की मौत के 30 दिन बाद भी उसके शव के अवशेष नहीं मिलने से वह दुखी हैं। उनका अफसरों से एक ही सवाल है कि, बेटे के शरीर के अवशेष कब मिलेंगे?