रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और उससे भी महत्वपूर्ण मंत्रालय जाने के सड़कों पर मौत बन घूम रहे लावारिस मवेशियों ने आंतक फैला रखा है। एक तरफ जहां यह आवारा पशु जानलेवा दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं तो दूसरी तरफ सबसे महत्वपूर्ण मार्ग के आवागमन में हो रहे व्यवधान पर जिला प्रशासन का ध्यान नहीं हैं। दुखद बात यह है कि अति महत्वपूर्ण मार्ग में अभी तक इन पशुओं की देखभाल और रखरखाव के लिए कोई नीति नहीं बनाई कि इस बढ़ती समस्या का हल कैसे कर सकें।
बता दें नया रायपुर में सड़कों खुले घूमते हुए मवेशियों का झुंड अक्सर दुर्घटनाओं कारण बन रहा है, यहां अक्सर मवेशियों के झुंड को बीच सड़क घूमते हुए देखा जा सकता हैं जिससे की यहां आने जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं।अटल नगर नया रायपुर में बैठे इन मवेशियों से यहां आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं खुली सड़क के कारण यहां तेज रफ्तार से गाडियां आती जाती हैं जिससे कभी भी ये मवेशी बीच में आ जाते हैं और दुर्घटना का कारण बन जाते हैं,नया रायपुर में गोठान न होने की वजह से खुले में घूमते हुए मवेशी आए दिन हादसे का शिकार बन जाते हैं।
इसके कारण सड़क में जगह जगह गंदगी भी बढ़ती जा रही हैं, बता दे कि G-20 की बैठक सितंबर माह में होनी हैं वहीं एनआरडीए करोड़ों खर्च कर नया रायपुर में सौंदर्यीकरण कर रहा हैं लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये हैं की यदि इन मवेशियो का कुछ उपाय नहीं किया गया तो G-20 में आए अतिथियों को खूबसूरत नए रायपुर की हरियाली तो पसंद आएगी लेकिन इसके साथ इन्हे मवेशियों का भी सामना करना पड़ेगा। बात करे निगम की तो निगम का भी ध्यान इस ओर नही जा रहा है,निगम का मवेशी वाहन केवल शहरों तक ही सिमट कर रह गया है जबकि निगम को भी इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता हैं।