मुंगेली। हर समय विवादों में बने रहने वाले मुंगेली नगर पालिका परिषद में इस बार वजह मवेशियों के बाजार में कर के नाम से हो रही अवैध वसूली के बंदरबांट में हुए असंतोष को एक बड़ा कारण माना जा रहा है। विधिवत टेण्डर अथवा निलामी पद्धति से कर वसूली के काम को न करते हुए मैनेज मेन्ट के सहारे स्वयं परिषद के निर्णय से वसूली की जाने वाली कर में भी अंदरूनी बड़ा झोलझाल है। यह भी चर्चा है कि नगर पालिका के मवेशी बाजार में कुछ समय पूर्व अलग अलग दो पर्चियां के सहारे वसूली हो रही थी जिसमे एक नाम मात्र के कर वसूली का हिसाब किताब परिषद में दिखाया जा रहा था शेष दूसरे रसीद की राशि कुछ लोगो मे बंट रही थी। बावजूद उसके यह बाद चर्चा में ना लाते हुए आरटीआई व अन्य विरोध में उठ रहे आवाज को मैनेज करते हुए मामला शांत कर दिया गया उसके बाद भी गुंडा टेक्स वसूली बदस्तूर जारी रही। अब ऐसे में परिषद के ही कुछ स्वाभिमानी, जिम्मेदार लोग टिका टिप्पणी किए तब उनको साइड कर आगे बढ़ने के दुस्साहस से एक बड़ी विवाद बन रही है जिसमे अब परिषद की एक महत्वपूर्ण कमेटी भंग कर नए सिरे से चिड़िया बिठाने की दबी जुबान चर्चा है।
बहरहाल जिस ढंग से राजस्व क्षति कर मवेशी बाजार के टेक्स वसूली कार्यवाही को परिषद क्रियान्वित करती आ रही है वो अनेक सवालों और संदेह के दायरे में है। इसके अलावा नगर पालिका परिषद के बहुत से महत्वपूर्ण निर्णय परिषद की सामान्य सभा मे पारित होती है मगर सामान्य सभा की बैठक भी लंबे समय से नही हुई है। कुछ निर्णय अध्यक्ष अपने विशेषधिकार अथवा पीआईसी से कर रहे है मगर उन निर्णय में भी असंतोष नजर आ रहा है। बावजूद उसके विपक्ष मौन व मूकदर्शक मुद्रा में नजर आ रही है। amrittimes.com पूरे मामले की गणनात्मक खबर अतिशीघ्र आमजनमानस के समक्ष उजागर करेगा।