बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से बड़ी खबर सामने आई है। जिले के बिल्हा ब्लॉक के एक हायर सेकेंड्री स्कूल में व्यायाम शिक्षक द्वारा छात्राओं से छेड़खानी का बडा मामला सामने आया है। हालांकि, घटना दो महीने पुराना है। मगर तब स्कूल प्रबंधन ने मामले को दबा दिया। पराकाष्ठा यह कि संवाददाता जब इस स्कूल में घटना की तफ्तीश करने पहुंचे तो प्राचार्या ने माना कि उसके पास शिकायत आई थी। शिकायत की कॉपी मांगने पर बताया गया कि फाइल गुम गई है। फिर संवाददाता की मौजूदगी में आरोपी शिक्षक को बुलवाकर रजिस्ट्रर्ड में बैक डेट से प्रकरण दर्ज किया गया। और आरोपी शिक्षक से माफीनामा लिखवाया गया। ताकि, बचाव में कहा जा सके कि हमने माफीनामा लिखवा लिया है। और हमारे रजिस्टर में ये केस दर्ज है। जाहिर है, स्कूल प्रबंधन की ये बड़ी चूक है। छेड़छाड़ का मामला अपराधिक प्रकरण है, स्कूल स्तर पर राजीनामा, माफीनामा नहीं हो सकता।
बता दें, इसी वर्ष फरवरी में कुछ स्कूली छात्राओं और उसके परिजनों ने घर पहुंचकर अभद्रता करने की शिकायत स्कूल में की थी। स्कूल की प्राचार्या ने संवाददाता से बातचीत में स्वीकार किया कि घटना के समय वे छुट्टी पर थी। छुट्टी से लौटने पर शिक्षक को नोटिस देकर मामले को स्कूल की विशाखा कमेटी के समक्ष रखा। विशाखा कमेटी के सामने शिक्षक से पूछताछ की गई। शिक्षक ने प्राचार्या के नोटिस के जवाब में लिखित में माफी मांगी। प्राचार्या ने बताया कि पीड़ित छात्राओं द्वारा भी शिक्षक को माफी देने की बात कही गई। जिसके बाद मामला वही रफा दफा कर दिया गया।
पड़ताल करने पर पता चला कि व्यायाम शिक्षक छात्राओं को व्हाट्सएप, इंस्टा में मैसेज भेजता था। यही नहीं, शिक्षक किसी बहाने से छात्राओं के घर भी पहुंच गया। स्कूल प्रबंधन के द्वारा पूछताछ करने पर शिक्षक ने बताया कि किसी मामले में छात्राओं को गलतफहमी हो गई थी। जिसके चलते उनके घर माफी मांगने गया था।