रायपुर/ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सुशासन की सरकार और संवेदनशील सरकार ने आवासहीन परिवारों को पक्की छत देने के लिए कृतसंकल्पित है। यह योजना न केवल लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में सहायक है, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और स्थिर आवास भी प्रदान करती है। छत्तीसगढ़ सरकार की इसी पहल से श्रीमती चैती का सपना साकार हुआ है, बल्कि यह पहल पूरे प्रदेश में एक नई उम्मीद और उज्ज्वल भविष्य की किरण साबित हो रही है। आशाएं जब जीवंत रूप लेती हैं तो उसकी खुशी पूरे घर में साझा की जाती है। ऐसा ही एक दृश्य ग्राम पस्ता में देखने को मिला, जहां प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत लोगों का आवास का सपना साकार हुआ है।
श्रीमती चैती ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना उनके लिए वरदान साबित हुई है। वे पुराने दिनों की कठिनाइयों को याद करते हुए बताती हैं कि कच्चे घरौंदे में रहना काफी तकलीफदायक था। मौसम के अनुसार विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ता था, कभी छत टपकती थी तो कभी ठंड से रात भर नींद पूरी नहीं होती थी। अब पक्का मकान मिलने से उनकी ये समस्याएं दूर हो गई हैं। वे नम आंखों से कहती हैं कि अब मैं बूढ़ी हो गई हूं, लेकिन मेरे जाने के बाद मेरी पीढ़ियां भी इस आवास का लाभ उठाएंगी। प्रधानमंत्री आवास योजना का मुख्य उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को पक्का आवास उपलब्ध कराना है, जिससे वे लोग बिना परेशानियों का अपना जीवन व्यतीत कर सकें। आज इस योजना का लाभ सुदूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी मिल रहा है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की सुशासन की सरकार और संवेदनशील सरकार ने इस योजना के माध्यम से कई परिवारों की जिंदगी को बदल दिया है। ग्राम पस्ता के निवासियों ने इस योजना के तहत अपने सपनों का घर पाया है और यह उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आया है। प्रधानमंत्री आवास योजना न केवल लोगों को आवास प्रदान करती है, बल्कि उन्हें एक सुरक्षित और स्थिर जीवन जीने का अवसर भी देती है। यह योजना प्रदेश में उन सभी लोगों के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है जो अपने घर का सपना देख रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि हर नागरिक को एक सुरक्षित और स्थिर आवास मिले, जिससे वे अपनी जिंदगी को बेहतर बना सकें।
इस प्रकार, प्रधानमंत्री आवास योजना ने ग्राम पस्ता में न केवल श्रीमती चैती का सपना साकार किया है, बल्कि यह पूरे प्रदेश में एक नई उम्मीद और उज्जवल भविष्य की किरण बनकर उभरी है। सरकार की इस संवेदनशील पहल से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है और वे सुरक्षित और स्थिर आवास में खुशहाल जीवन बिता रहे हैं।