छठ व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर की सुख समृद्धि की कामना

अम्बिकापुर। लोक आस्था का महापर्व छठ के अवसर पर रविवार की शाम को व्रतियों ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया। छठ घाटों में इस दौरान मेले जैसा माहौल नजर आया। सड़कों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। कई श्रद्धालु अपने घर से दंडवत देते हुए छठ घाटों तक पहुंचे। इस दौरान परिवार के लोग भी शामिल थे। छठ घाट पर पहुंचने के बाद व्रतियों ने नदी तालाबों और जलाशयों में उतर कर स्नान किया। इसके बाद पानी में ही खड़े होकर श्रद्धालुओं ने दोनों हाथ से प्रसाद से भरे सूप से भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। इस दौरान परिवार के लोगों ने लोटा में पानी और दूध से व्रतियों को अर्घ्य दिलाया। अर्घ्य अर्पित करने का सिलसिला सूर्यास्त होते तक चलता रहा। इस दौरान छठ घाटों पर छठ गीत उससे भक्ति भाव का माहौल रहा।

लोक आस्था का महापर्व छठ यूपी, बिहार, झारखंड के साथ-साथ पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। अंबिकापुर में भी छठ करने वालों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है। छठ व्रतियों की लगातार बढ़ रही संख्या को देखते हुए लगभग हर मोहल्लों में छठ घाट बनाए गए हैं। शहर के प्रमुख शंकर घाट स्थित छठ घाट में प्रतिवर्ष काफी संख्या में श्रद्धालु छठ करने पहुंचते हैं। यहां महामाया छठ पूजा सेवा समिति द्वारा पूरी तैयारी की गई थी। समिति द्वारा व्रतियों की सुविधा को देखते हुए टेंट पंडाल सहित अन्य सुविधाएं प्रदान की गई थी। इसी तरह शहर से लगे घुनघुट्टा नदी तट पर श्याम घुनघुट्टा छठ सेवा समिति द्वारा व्यापक तैयारी की गई थी।

3 बजे से ही छठ घाट के लिए निकलना हो गया था शुरू

अर्घ्य के लिए दोपहर करीब तीन बजे से ही सड़कों एवं गलियों में व्रतियों की भीड़ दिखने लगी,महिलाएं छठी मइया का गीत गाते व पुरुष सिर में सूपा व दउरा रख नंगे पांव घाट की ओर रवाना हुए। जैसे-जैसे शाम होती गई, व्रतियों की भीड़ बढ़ती गई। व्रतियों की सुविधा के लिए सड़कों से लेकर घाटों तक विशेष व्यवस्था की गई थी। व्रतियों को परेशानियों से बचाने के लिए सड़कों की साफ-सफाई में जुटे रहे। छठ घाट में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने डूबते भगवान सूर्यदेव को अर्घ्य दिया।

सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था

छठ घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस मुस्तैद रही। सबसे ज्यादा भीड़ शंकरघाट में देखने को मिली। यहां पुलिस द्वारा काली मंदिर के पास मोटरसाइकिल की पार्किंग एवं संजय पार्क बैरियर से तकिया मोड़ तक चार पहिया वाहनों को रोक दिया।

सुबह से प्रसाद तैयार करने में लगीं रहीं महिलाएं

छठ व्रत को लेकर लोगों में विशेष उत्साह रहता है। लोग इसे लेकर 1 सप्ताह पूर्व से ही तैयारी शुरू कर देते हैं। घरों की साफ-सफाई से लेकर प्रसाद तैयार करने के लिए सामग्री की तैयारी करने में जुट जाते हैं। छठ के दिन जहां महिलाएं अपने घरों में प्रसाद ठेकुवां बनाने में जुटी रही। वहीं पुरुष पूरे दिन बाजार से सामग्री खरीदने में व्यस्त रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *